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Raj vs Uddhav: राज ठाकरे ने उद्धव पर किया जोरदार वार, कहा- एक दिन में हटा दूंगा मस्जिदों के लाउडस्पीकर

Raj vs Uddhav: राज ठाकरे ने उद्धव पर किया जोरदार वार, कहा- एक दिन में हटा दूंगा मस्जिदों के लाउडस्पीकर

Raj vs Uddhav in Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव में इस बार हिंदुत्व का मुद्दा सबसे आगे है। राज ठाकरे का हिंदुत्व मुद्दा [Raj Thackeray’s Hindutva Issue] अब राजनीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बन गया है।

चुनावी मैदान में हिंदुत्व की जंग पहली बार राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर इतना तीखा हमला किया है। राज ठाकरे का हिंदुत्व मुद्दा [Raj Thackeray’s Hindutva Issue] अब महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई करवट ले चुका है। अमरावती में आयोजित एक विशाल जनसभा में राज ठाकरे ने कहा कि हिंदू समाज आज बिखरा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाविकास अघाड़ी के पक्ष में फतवे जारी किए जा रहे हैं और लोगों को एकमुश्त वोट देने के लिए कहा जा रहा है।

धार्मिक मुद्दों पर बड़े दावे राज ठाकरे ने मस्जिदों के लाउडस्पीकर को लेकर भी बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब उनके नेतृत्व में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाए गए थे। इस दौरान उनके कार्यकर्ताओं पर 17 हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए। राज ठाकरे ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें सिर्फ एक दिन का समय दिया जाए, तो वे महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में कुछ लोग मोर्चा निकाल रहे हैं, यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि कांग्रेस के सांसद ज्यादा संख्या में जीतकर आए हैं।

बाला साहेब की विरासत पर सियासत महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व की लड़ाई [Hindutva Battle in Maharashtra Assembly Elections] अब शिवाजी पार्क को लेकर और तेज हो गई है। यह वही ऐतिहासिक पार्क है जहां से बाला साहेब ठाकरे अपने विचारों को जनता के सामने रखा करते थे। राज ठाकरे चाहते हैं कि उनके बेटे अमित का चुनाव प्रचार इसी पार्क से समाप्त हो। वहीं उद्धव ठाकरे भी अपनी आखिरी रैली यहीं करना चाहते हैं। इस विवाद ने दोनों नेताओं के बीच की खाई और चौड़ी कर दी है।

जातीय राजनीति पर आरोप-प्रत्यारोप राज ठाकरे ने शरद पवार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र में जातिवाद फैलाने वाले एक संत हैं। मराठा और ओबीसी का जो विवाद चल रहा है, उसके जनक भी शरद पवार ही हैं। राज ठाकरे ने मनोज जारांगे को लेकर भी कहा कि उन्होंने पहले ही बता दिया था कि इस तरह का आरक्षण संभव नहीं है। उन्होंने भविष्यवाणी की कि 20 नवंबर को चुनाव खत्म होते ही यह सारा ड्रामा बंद हो जाएगा।

शिवाजी की विरासत पर विवाद राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के उस बयान पर भी सवाल उठाए जिसमें उन्होंने हर जिले में शिवाजी का मंदिर बनाने की बात कही थी। राज ठाकरे ने कहा कि क्या शिवाजी की मूर्तियां कम पड़ गई हैं? उनका मानना है कि नई मूर्तियां बनाने की बजाय शिवाजी के किलों का संरक्षण किया जाना चाहिए।

महाविकास अघाड़ी पर तीखे प्रहार राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे पर स्वार्थी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उद्धव ने बाला साहेब के नाम से हिंदू हृदय सम्राट शब्द इसलिए हटा दिया क्योंकि वे कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के साथ गठबंधन में हैं। राज ठाकरे का कहना है कि उद्धव को लगता है कि अगर वे बाला साहेब को हिंदू हृदय सम्राट कहेंगे तो उनके गठबंधन सहयोगियों को यह बात अच्छी नहीं लगेगी।

महाराष्ट्र की राजनीति में इस बार का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य की 80 प्रतिशत आबादी हिंदू है और 98 प्रतिशत सीटों पर हिंदू मतदाताओं का प्रभाव है। अब तक उद्धव ठाकरे और भाजपा की इन पर मजबूत पकड़ रही है, लेकिन उद्धव ठाकरे के शरद पवार और कांग्रेस के साथ जाने के बाद उन पर हिंदू हितों से समझौता करने के आरोप लग रहे हैं।

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