डिंगा डिंगा वायरस: अफ्रीका के युगांडा में एक नई बीमारी ने दस्तक दी है, जिसे डिंगा-डिंगा वायरस के नाम से जाना जा रहा है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति का शरीर कांपने लगता है, और इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा महिलाओं और बच्चों पर देखा जा रहा है।
परेशानी की बात है कि डिंगा-डिंगा रोग के कारण शरीर पर नियंत्रण खत्म हो जाता है और चलने में परेशानी होती है। इस बीमारी के कारण प्रभावित मरीज ऐसे हिलते-डुलते रहते हैं, जैसे वे किसी डांस कर रहे हों।
फर्स्टपोस्ट इंग्लिश की रिपोर्ट के अनुसार, इस अजीबोगरीब बीमारी का पहला मामला युगांडा के बुंदीबुग्यो जिले में पाया गया। इस रोग से प्रभावित मरीजों को तेज बुखार, कमजोरी और कभी-कभी लकवा का सामना करना पड़ता है। हालांकि, अभी तक इस बीमारी से किसी की मृत्यु नहीं हुई है। लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये बीमारी तेजी से फैल रही है, और स्वास्थ्य अधिकारी इसका कारण जानने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह
बुंदीबुग्यो जिले के स्वास्थ्य अधिकारी, ने बताया कि मरीज आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी का हर्बल इलाज होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि वे जिला स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज करवाएं और प्रभावित व्यक्तियों के संपर्क से बचें। इसके अलावा, उन्होंने अच्छी स्वच्छता बनाए रखने और तुरंत नए मामलों की रिपोर्ट करने की सलाह दी।
एक मरीज का अनुभव
डिंगा-डिंगा के एक मरीज ने बीमारी से जुड़ा अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया, “शुरुआत में मुझे लकवा मार गया और फिर मेरा शरीर कांपने लगा। मैं चलने में असमर्थ हो गया था। बुंदीबुग्यो अस्पताल में इलाज के बाद अब मैं ठीक हूं।”
अब तक 300 मामले दर्ज
बता दें कि डिंगा-डिंगा वायरस का पहला मामला 2023 की शुरुआत में सामने आया था। इसके बाद अब तक 300 से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित हो चुके हैं। कई लैब इस बीमारी के कारणों को जानने के लिए काम कर रही हैं, और सैंपल्स को युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है।
1518 के डांसिंग प्लेग से तुलना
डिंगा-डिंगा के असामान्य लक्षणों की तुलना 1518 के डांसिंग प्लेग से की जा रही है। 1518 में फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में सैकड़ों लोग अनियंत्रित डांसिंग मूवमेंट्स का शिकार हुए थे। हालांकि, इन घटनाओं और डिंगा-डिंगा के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन लक्षणों में समानता की वजह से इसे लेकर चर्चा हो रही है।
जहां तक कोरोना वायरस से तुलना की बात है, तो डिंगा-डिंगा की चर्चा कोरोना वायरस की याद दिलाती है, जिसने 2019 में चीन में जन्म लेकर पूरी दुनिया को प्रभावित किया था। लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, और कई देश आर्थिक रूप से प्रभावित हुए। हालांकि डिंगा-डिंगा का प्रभाव अभी तक इतना व्यापक नहीं है, लेकिन इसके तेजी से फैलने की संभावना स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
सावधानी और जागरूकता की बात करें तो, डिंगा-डिंगा वायरस से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी है। अगर आप या आपके आसपास किसी को इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य टीम से संपर्क करें।
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