मुंबई

मां-बाप ने ज्यादा रील्स देखने से रोका तो गुस्से में 3 नाबालिग लड़कियों ने छोड़ा घर

रील्स
Image Source - Web

आज के मोबाइल युग में रील्स बनाने और देखने के चक्कर में बच्चे इतने क्रेजी होते जा रहे हैं कि उनके लिए उनके पैरेंट्स भी बुरे लगने लगे हैं। अगर कोई पैरेंट्स अपने बच्चों के ब्राइट फ्यूचर के लिए उसे मोबाइल से दूरी बनाकर रखने को कहे तो वो उनके दुश्मन बन जाते हैं और मोबाइल को छोड़ वो अपने पैरेंट्स से ही दूरी बनाने की सोच लेते हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण है मुंबई के अंधेरी इलाके का एक हैरान करने वाला मामला, जहां सातवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़की ने अपनी तीन सहेलियों के साथ सिर्फ इसलिए अपना घर छोड़ दिया, क्योंकि उसके मां-बाप ने उसे ज्यादा रील्स देखने पर फटकार लगाई थी।

मामला मुंबई के अंधेरी स्थित एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत का है, जहां सातवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़की के पिता उसे लगातार इस बात के लिए डांट रहे थे कि वो ज्यादा मोबाइल ना देखे। ऐसे में परेशान होकर लड़की ने घर ही छोड़ देने का प्लान बना लिया और अपने साथ अपनी दो और साथियों को भी साथ चलने के लिए मना लिया। बस क्या था तीनों सहेलियों ने बिना कुछठ सोचे-समझे घर छोड़ दिया। तीनों लड़कियों की उम्र 14 साल बताई जा रही है और तीनों ही सातवीं क्लास में पढ़ती हैं।

4 घंटे में पुलिस ने ढूंढ निकाला लड़कियों को
बिना ज्यादा वक्त गंवाए लड़की के माता-पिता ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने भी जल्द कार्रवाई करते हुए जांच के लिए कई टीम गठित की और लड़कियों का सुराग निकाल लिया। पुलिस ने जानकारी इकट्ठा कर ली कि वे तीनों ही लड़कियों अंधेरी से दादर रेलवे स्टेशन की ओर गई हैं। बस क्या था, महज 4 घंटे के अंदर पुलिस ने तीनों लड़कियों को ढूंढ निकाला और उनके माता-पिता को उन्हें सौंप दिया।

लड़कियों के माता-पिता ने पुलिस के इस मदद के लिए उनका धन्यवाद किया। शुरुआती जांच में यही जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से मां-बाप लड़की को डांटते थे, जिससे वो परेशान हो गई थी और अंत में उसने ऐसा कदम उठाने का फैसला लिया। हालांकि पुलिस अभी मामले की दूसरे एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे किसी बाहरी शख्स का हाथ तो नहीं।

ये भी पढ़ें: अब शिरडी में नहीं मिलेगा पहले की तरह भोजन का प्रसाद, जान लें नए नियम

You may also like