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अब महाराष्ट्र में कांग्रेस की कमान संभालेंगे हर्षवर्धन सपकाल, राहुल गांधी के माने जाते हैं काफी करीबी

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महाराष्ट्र में मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस ने राज्य में अपनी छवी सुधारने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले हर्षवर्धन सपकाल को अब नाना पटोले की जगह कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में नाना पटोले को हार मुंह देखना पड़ा था, जिसके बाद उन्होंने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अब ऐसे में महाराष्ट्र में कांग्रेस आलाकमान ने हर्षवर्धन सपकाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया। तो वहीं विधायक विजय वडेट्टीवार को कांग्रेस विधानसभा का नेता बनाया गया है।

बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में हर्षवर्धन सपकाल एक प्रतिष्ठित नाम हैं। वे गाडगे महाराज, तुकादोजी महाराज और गांधीवादी-सर्वोदय विचारधारा से प्रभावित नेता माने जाते हैं। वर्तमान में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े राजीव गांधी पंचायत राज संघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनका राजनीतिक सफर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) से शुरू हुआ और वे महाराष्ट्र राज्य युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि और सामाजिक कार्य
हर्षवर्धन सपकाल ने संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय से बीकॉम और बीए की पढ़ाई पूरी की है। इसके अलावा, उन्होंने पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त की है। एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले सपकाल सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे हैं।

ग्राम विकास और जल संरक्षण में योगदान
महाराष्ट्र में ग्राम स्वराज्य की संकल्पना को साकार करने के लिए उन्होंने संत गाडगे बाबा ग्राम स्वच्छता अभियान के तहत महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वे ग्रामीण स्वच्छता और आदर्श ग्राम निर्माण के लिए विशेष रूप से प्रयासरत रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने के लिए कई युवा शिविरों का आयोजन किया है।

जल संरक्षण और कृषि सुधार
अपने विधानसभा क्षेत्र में जल संरक्षण और जल प्रबंधन की दिशा में कई प्रभावी परियोजनाएं लागू की हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को कम करने में मदद मिली है। कृषि स्वावलंबन और गरीबी उन्मूलन की दिशा में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है।

25 वर्षों से राजनीति में सक्रिय
हर्षवर्धन सपकाल पिछले 25 वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं। बुलढाणा जिले के आदिवासी क्षेत्रों में सामाजिक और राजनीतिक रूप से जागरूकता लाने के लिए वे लगातार कार्यरत रहे हैं। 1999 से 2002 तक वे महाराष्ट्र के सबसे युवा जिला परिषद अध्यक्ष बने थे, और उनके कार्यकाल में बुलढाणा जिला परिषद को राज्य में सर्वोच्च स्थान प्राप्त हुआ था।

2014 से 2019 तक वे बुलढाणा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। वर्तमान में वे अखिल भारतीय कांग्रेस के अंतर्गत पंचायत राज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।

कांग्रेस संगठन में अहम भूमिका
हर्षवर्धन सपकाल को कांग्रेस का एक अनुभवी संगठनकर्ता माना जाता है। वे कांग्रेस के सचिव और पंजाब के सह-प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा, वे गुजरात और मध्य प्रदेश के सह-प्रभारी के रूप में भी पार्टी संगठन को मजबूत कर चुके हैं। उन्होंने विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में भी भाग लिया है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व
1996 में, हर्षवर्धन सपकाल ने जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वे 20 भारतीय युवाओं के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले प्रमुख नेता थे।

क्या कांग्रेस को मिलेगा नया संजीवनी बल?
हर्षवर्धन सपकाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि वे महाराष्ट्र में कांग्रेस संगठन को कैसे मजबूत करते हैं। क्या उनका अनुभव और कार्यशैली कांग्रेस को राज्य में पुनः खड़ा करने में मदद कर पाएगी? यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस ने संगठन में नए नेतृत्व को आगे लाकर भविष्य की रणनीति को धार देने की कोशिश की है।

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