रूस में आए भीषण भूकंप ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.7 मापी गई है, जिसके बाद जापान और आसपास के कई देशों में सुनामी का खतरा मंडरा रहा है। जापान के तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है, और कुशीरो पोर्ट पर सुनामी की पहली लहर के पहुंचने की खबर सामने आई है।
जापान में सुनामी का खतरा
जापान सरकार ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। अधिकारियों ने सभी तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा है और लोगों से समुद्र तटों से दूर रहने को कहा है। जापान के मौसम विभाग ने भी सुनामी की लहरों की ऊंचाई और प्रभाव को लेकर चेतावनी जारी की है।
अन्य देशों में भी सतर्कता
ये खतरा केवल जापान तक सीमित नहीं है। अमेरिका के प्रशांत तट और हवाई में भी सुनामी की आशंका को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। हवाई में रहने वाले लोगों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।
वैश्विक नेताओं की प्रतिक्रिया
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इस प्राकृतिक आपदा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
सुरक्षा और सतर्कता जरूरी
इस भूकंप और सुनामी के खतरे को देखते हुए सभी प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गई हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वे स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।