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World’s Hardest Fast: जैन धर्म में संथारा व्रत कैसे रखा जाता है, जो महीनों तक चलता है और मौत तक ले जाता है?

World's Hardest Fast: क्या आप जानते हैं जैन धर्म में संथारा व्रत कैसे रखा जाता है जो महीनों तक चलता है और मौत तक ले जाता है आइए समझें?

World’s Hardest Fast: नवरात्रि के इन दिनों में व्रत रखने वाले लोग थोड़ी भूख सहते हैं लेकिन कल्पना कीजिए एक ऐसा व्रत जो महीनों तक चले और मौत तक ले जाए। ये दुनिया का सबसे कठिन व्रत है संथारा जैन रिवाज जो जैन धर्म के लोग रखते हैं। जैन साधु और साध्वियां इसे मोक्ष पाने के लिए अपनाते हैं। ये कोई मजाक नहीं बल्कि गहरी आध्यात्मिक साधना है जहां शरीर को धीरे धीरे कमजोर किया जाता है।

जैन धर्म भारत का प्राचीन धर्म है जहां अहिंसा सबसे बड़ा नियम है। संथारा या सल्लेखना का मतलब है शरीर और मन की इच्छाओं को पतला करना। जब कोई व्यक्ति बूढ़ा हो जाए या बीमारी से तंग आ जाए तो वो ये व्रत ले लेता है। पहले भोजन कम करते हैं फिर सिर्फ पानी पीते हैं। कभी कभी सूखा पानी भी छोड़ देते हैं। ऐतिहासिक रिकॉर्ड में ऐसे उदाहरण हैं जहां ये व्रत 68 दिन से लेकर 423 दिन तक चला। चंद्रगुप्त मौर्य ने भी ये अपनाया था।

इस व्रत को रखने से पहले सोच समझकर फैसला लिया जाता है। जैन गुरु की सलाह से ये शुरू होता है। व्यक्ति ध्यान करता है प्रार्थना करता है और दुनिया की मोह माया छोड़ देता है। शरीर कमजोर होता जाता है लेकिन मन शांत रहता है। जैन मानते हैं ये आत्मा को शुद्ध करता है और अगले जन्म के बंधनों से मुक्त करता है। ये कोई जल्दबाजी में नहीं लिया जाता बल्कि जीवन के अंतिम चरण में।

दुनिया का सबसे कठिन व्रत संथारा जैन रिवाज को इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें भूख प्यास के अलावा दर्द और कमजोरी का सामना करना पड़ता है। जैन साधु तो पहले से ही सादा जीवन जीते हैं। वो जमीन पर सोते हैं नंगे पैर चलते हैं बाल नुचवाते हैं और हाथ से ही खाना खाते हैं। संथारा उनके लिए अंतिम तपस्या है। सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में इसे वैध माना था। पहले राजस्थान हाईकोर्ट ने इसे आत्महत्या कहा था लेकिन जैन समुदाय ने विरोध किया।

अन्य धर्मों में भी कठिन व्रत हैं। हिंदू निर्जला एकादशी में पूरा दिन बिना पानी के रहते हैं। इस्लाम के रमजान में सूर्योदय से सूर्यास्त तक खाना पानी बंद। यहूदी योम किप्पुर में 25 घंटे उपवास। ईसाई ब्लैक फास्ट में लेंट के दौरान सख्ती। तिब्बती बौद्ध तुकदम में मृत्यु के बाद भी ध्यान की अवस्था। लेकिन संथारा उपवास मृत्यु की लंबाई और गहराई से अलग है।

भारत दुनिया का ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा व्रत रखे जाते हैं। हिंदू जैन सिख सब साल भर उपवास करते हैं। प्यू रिसर्च के मुताबिक भारत में 80 प्रतिशत से ज्यादा हिंदू व्रत रखते हैं। इंडोनेशिया में मुसलमान रमजान में 95 प्रतिशत उपवास करते हैं। लेकिन कुल संख्या में भारत आगे है। यहां साप्ताहिक मासिक त्योहारों पर व्रत की धूम रहती है।

जैन संथारा जैसी साधना दिखाती है कि व्रत सिर्फ भूख सहना नहीं बल्कि आत्मा की सफाई है। ये परंपरा सदियों पुरानी है और आज भी कुछ लोग इसे अपनाते हैं।

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