America Global Control: अमेरिका को दुनिया का सबसे ताकतवर देश कहा जाता है। लेकिन ये ताकत सिर्फ बंदूक या बम से नहीं आती। अमेरिका वैश्विक नियंत्रण अपने खास हथियारों से करता है। ये हथियार हैं उसकी अर्थव्यवस्था, टेक्नोलॉजी, सेना, संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय नियम। आइए जानते हैं कैसे ये काम करते हैं।
सबसे पहला हथियार है अमेरिकी डॉलर। दुनिया का हर बड़ा सौदा, चाहे तेल हो या हथियार, डॉलर में होता है। अमेरिका जब चाहे अपने प्रिंटिंग प्रेस से ढेर सारे डॉलर छाप सकता है। दुनिया के ज्यादातर देश अपने खजाने में डॉलर रखते हैं। अगर अमेरिका किसी देश पर पाबंदी लगाए, जैसे ईरान या रूस पर, तो उसकी अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है। ये अमेरिकी आर्थिक शक्ति का जादू है।
दूसरा हथियार है टेक्नोलॉजी। गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी कंपनियां अमेरिका की हैं। ये कंपनियां आपका फोन, कंप्यूटर और इंटरनेट चलाती हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष तकनीक में भी अमेरिका सबसे आगे है। आप जो डेटा इस्तेमाल करते हैं, वो इनके सर्वर में जाता है। इस तरह ये कंपनियां दुनिया की डिजिटल दुनिया पर राज करती हैं।
तीसरा है सैन्य ताकत। अमेरिका के 750 से ज्यादा सैन्य ठिकाने पूरी दुनिया में फैले हैं। जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया से लेकर मध्य पूर्व तक उसकी सेना मौजूद है। उसकी नौसेना के विशाल जहाज किसी भी देश के पास खड़े होकर ताकत दिखा सकते हैं। कई देश अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका पर निर्भर हैं। ये सैन्य नेटवर्क उसे हर जगह हावी रखता है।
चौथा हथियार है हॉलीवुड सॉफ्ट पावर। हॉलीवुड की फिल्में, नेटफ्लिक्स की सीरीज, पॉप म्यूजिक और जींस का फैशन पूरी दुनिया में छाया है। लोग अमेरिकी स्टाइल की नकल करते हैं। अंग्रेजी भाषा और अमेरिकी स्लैंग हर जगह बोले जाते हैं। ये सांस्कृतिक ताकत लोगों के दिमाग पर कब्जा करती है। युवा अमेरिकी सपने को जीना चाहते हैं।
पांचवां हथियार है वैश्विक संस्थाएं। संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, आईएमएफ और नाटो में अमेरिका का दबदबा है। ये संगठन दुनिया के व्यापार और सुरक्षा के नियम बनाते हैं। अगर कोई देश इन नियमों को तोड़े, तो अमेरिका उसे दुनिया से अलग-थलग कर देता है। इन संस्थाओं के जरिए वो वैश्विक नियमों को अपने फायदे में बनाता है।
ये पांच हथियार मिलकर अमेरिका को दुनिया का बॉस बनाते हैं। चाहे पैसा हो, तकनीक हो, सेना हो, संस्कृति हो या नियम, हर जगह उसकी पकड़ है।