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Maharashtra NCP Crisis : पार्टी की लगाम अजित पवार के हाथ, अब क्या करेंगे शरद पवार?

एनसीपी में फूट के बाद अब अगली लड़ाई चुनाव आयोग के पाले में चली गई है। एनसीपी की पार्टी किसे देनी है इस पर चुनाव आयोग फैसला ले सकता है? इस वक्त ये अहम होगा कि विधायकों की ताकत किसके पक्ष में होगी। नगालैंड के विधायकों ने राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात की और अजित पवार को समर्थन देने का ऐलान किया। दिलचस्प बात यह है कि नगालैंड एनसीपी ने अपने पत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल का जिक्र किया है।

शरद पवार के गुट को एक और झटका
एनसीपी में फूट के बाद महाराष्ट्र में एनसीपी के विधानसभा और विधान परिषद विधायकों के बीच दो गुट बन गए हैं। कुछ विधायकों ने अजित पवार के साथ तो कुछ विधायकों ने शरद पवार के साथ जाने का फैसला किया है। हालांकि, कुछ विधायकों ने अपनी स्थिति घोषित नहीं की है। एनसीपी के कुछ विधायक विधानमंडल सत्र में भी शामिल नहीं हुए। जहां चुनाव आयोग में लड़ाई के लिए विधायकों की संख्या निर्णायक होगी, वहीं नागालैंड के विधायकों ने अजित पवार को समर्थन देने का फैसला किया है, जो शरद पवार के गुट के लिए एक और झटका है। इस बीच देखना होगा कि नगालैंड के एनसीपी विधायकों के फैसले पर शरद पवार का गुट क्या रुख अपनाता है।

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