अडाणी पावर लिमिटेड अपनी छह अलग-अलग शाखाओं द्वारा लिए गए ₹19,700 करोड़ के छोटे कर्ज़ों (short-term loans) को समेकित (consolidate) करने में सफल रही है। इससे अडाणी ग्रुप की इस कंपनी को ब्याज दरों में कमी के साथ-साथ कर्ज़ की अवधि बढ़ाने का लाभ मिलेगा।
बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए कंपनियां अक्सर कई छोटे-छोटे कर्ज़ लेती हैं। ये कर्ज़ अलग-अलग अवधि के होते हैं, और इनकी ब्याज दरें भी भिन्न होती हैं। बड़े कर्ज़ों को मैनेज करने में आसानी के लिए कंपनियां इन छोटे कर्जों के समेकन पर ज़ोर देती हैं। इससे ब्याज में होने वाला खर्च कम होता है।
अडाणी पावर द्वारा इस कदम को इसकी क्रेडिट रेटिंग में सुधार के बाद उठाया गया है। अब कंपनी की क्रेडिट रेटिंग एए- हो गई है, जो बेहतर वित्तीय स्थिति की ओर इशारा करती है। कर्ज़ समेकन के बाद, कंपनी को उम्मीद है कि इन कर्ज़ों पर ब्याज भुगतान में कमी आएगी।
ब्याज दरों के लगातार बढ़ने के दौर में अडाणी पावर का यह प्रयास कंपनी के लिए वित्तीय बोझ कम करने में मददगार साबित हो सकता है। साथ ही, एक लंबे-अवधि के कर्ज़ के चलते कर्ज़ के भुगतान करने को लेकर कंपनी को अधिक समय मिल जाएगा, जो इसकी कार्यप्रणाली (operations) में सुधार लाएगा।
अडाणी पावर की एक अनुषंगी कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड (एमईएल) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के साथ 500 मेगावाट बिजली आपूर्ति के लिए 20 साल का बिजली खरीद समझौता (पीपीए) किया है।
इससे कंपनी को अपने उत्पादन का नियमित ग्राहक मिलने से भविष्य की आमदनी सुनिश्चित हो जाएगी।