मीरा-भायंदर: राय-मुर्धा गांव में सात सालों से बंद पड़ा जानवरों का सरकारी अस्पताल आखिरकार फिर से खुल गया है! यहां बीमार जानवरों का इलाज और टीकाकरण बिल्कुल मुफ्त में किया जाएगा। गुरुवार को इसका उद्घाटन हो गया है।
दरअसल, इस अस्पताल की मरम्मत 2017 में ही हो गई थी, लेकिन किसी वजह से इसे फिर से चालू नहीं किया गया। कुछ महीने पहले कुछ समय के लिए खुला भी था, लेकिन तब डॉक्टर ने अचानक नौकरी छोड़ दी। इससे पहले यह अस्पताल दस साल से भी ज़्यादा समय से चल रहा था।
गांव वालों और पशु-प्रेमियों को हो रही परेशानी को देखकर रोहित सुवर्णा, श्रेयस सावंत, निखिल पाटिल और सोमेश लायसे नाम के कुछ लोगों ने अस्पताल खुलवाने के लिए ज़िला प्रशासन से बात की। उनकी मेहनत रंग लाई और आज ठाणे ज़िला परिषद की सीईओ डॉ. रुपाली सातपुते की मौजूदगी में इसका शुभारंभ हो गया है।
ऐसा लगता है कि सरकारी कामों में कभी-कभी बहुत लापरवाही हो जाती है। सात साल अस्पताल बंद रहने से पता नहीं कितने जानवरों को सही इलाज नहीं मिल पाया होगा। चलो, देर आए दुरुस्त आए!
ज़िला प्रशासन के मुताबिक, इस अस्पताल में डॉ. सुहास ताडगे को नियुक्त किया गया है। यह अस्पताल हर हफ्ते में दो दिन, बुधवार और गुरुवार को पूरा दिन खुला रहेगा। मीरा-भायंदर में सरकारी तौर पर यह एकमात्र पशु अस्पताल है।