Baba Siddiqui Murder Case: महाराष्ट्र के दिग्गज राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच में मुंबई पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस हत्या की साजिश पुणे में तीन महीने पहले ही रची गई थी, और हत्यारों ने यूट्यूब से गोली चलाने की ट्रेनिंग ली थी। बाबा सिद्दीकी मर्डर (Baba Siddiqui Murder) केस के ये नए खुलासे इस मामले को और भी पेचीदा बना रहे हैं।
साजिश की शुरुआत: तीन महीने पहले रची गई थी योजना
मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश करीब तीन महीने पहले ही पुणे में (Pune) रची गई थी। आरोपी कई बार बिना हथियारों के उनके घर और दफ्तर के पास पहुंचे थे ताकि रेकी की जा सके। शूटरों को बाबा सिद्दीकी की तस्वीर दी गई थी और उन्हें साफ-साफ बताया गया था कि यही उनका टारगेट है। पुलिस ने बताया कि वारदात से करीब 25 दिन पहले उनके घर और दफ्तर की पूरी जानकारी जुटाई गई थी, ताकि हत्याकांड को अंजाम दिया जा सके।
यूट्यूब से सीखा गोली चलाना
इस मामले में एक बड़ा खुलासा यह हुआ कि शूटरों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ही गोली चलाने की ट्रेनिंग ली थी। यह बात जांच में तब सामने आई जब पुलिस ने हत्यारों की गतिविधियों की पड़ताल की। इसके बाद ही यूट्यूब पर ट्रेनिंग (YouTube Training) और हत्या की साजिश के बीच के तार जुड़ने लगे। पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी हत्या से पहले सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और शूटिंग की प्रैक्टिस करते थे।
इंस्टाग्राम पर कॉलिंग: बातचीत का छुपा तरीका
पुलिस की जांच में एक और हैरान करने वाली बात सामने आई कि आरोपी इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कॉलिंग और चैटिंग के लिए करते थे। इंस्टाग्राम पर कॉलिंग का उपयोग करके वे बिना किसी ट्रेस के एक-दूसरे से संपर्क में रहते थे। ये शूटर सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे के साथ संपर्क में थे, और उन्हें सभी निर्देश वहीं से मिलते थे। इंस्टाग्राम कॉलिंग (Instagram Calling) के इस प्रयोग ने पुलिस के सामने तकनीकी जांच के नए आयाम खोले हैं।
गिरफ़्तारी और नए खुलासे
अब तक इस केस में मुंबई क्राइम ब्रांच ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें गुरमेल सिंह (Gurmel Singh) और धर्मराज कश्यप (Dharma Kashyap) मुख्य शूटर हैं। पुलिस के मुताबिक, इन शूटरों ने बाबा सिद्दीकी पर छह राउंड फायर किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गिरफ्तारी के कुछ घंटों के भीतर पुलिस ने मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया था।
पुलिस ने इस केस में आगे की जांच करते हुए चौथे आरोपी हरीश कुमार निषाद (Harish Kumar Nishad) को भी गिरफ्तार किया, जिसने आरोपियों के लिए हथियार और पैसे मुहैया कराए थे। इसके साथ ही पुलिस ने पुणे से साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर (Praveen Lonkar) को भी पकड़ा, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा है। हत्याकांड में अभी एक और संदिग्ध शूटर शिवा गौतम (Shiva Gautam) फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
हत्या की तैयारी और सोशल मीडिया का प्रयोग
हत्या से पहले शूटरों ने कई बार सिद्दीकी के घर के आस-पास आकर रेकी की। उनके मोबाइल फोन की जांच में यह बात सामने आई कि वे सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए ही साजिश को अंजाम दे रहे थे। शूटरों को पैसे और मोबाइल फोन भी मुहैया कराए गए थे, ताकि वे संपर्क में रह सकें। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिए ही अपनी प्लानिंग को गुप्त रखा था।
#BabaSiddiquiMurder #SocialMediaCrime #InstagramCalling #YouTubeTraining#MumbaiCrimeBranch
ये भी पढ़ें: Turhi Election Symbol Conflict: चुनाव आयोग का बड़ा फैसला, शरद पवार की पार्टी के चुनाव चिह्न विवाद का हुआ अंत