महाराष्ट्र के लातूर जिले में बर्ड फ्लू के मामलों ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। जिले में अब तक 51 कौवों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। शनिवार को भोपाल पशु चिकित्सा प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई कि इन मौतों का कारण एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन1) वायरस है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए हैं।
पशुपालन उपायुक्त डॉ. श्रीधर शिंदे ने बताया कि 13 जनवरी से उदगीर शहर के विभिन्न हिस्सों में मृत पक्षियों की खबरें आ रही थीं। बगीचों और आसपास के क्षेत्रों में कौवों की असामान्य मौत की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। 14 जनवरी को 6 मृत कौवों के नमूने जांच के लिए भेजे गए, और रिपोर्ट से वायरस की पुष्टि हुई।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया और 10 किलोमीटर के दायरे को ‘अलर्ट जोन’ घोषित कर दिया गया। इस क्षेत्र में पक्षियों और अन्य जानवरों के आने-जाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही नागरिकों की आवाजाही पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। पोल्ट्री फार्म्स की जांच की जा रही है और वहां से नमूने इकट्ठे कर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी भी बढ़ा दी गई है ताकि संक्रमण के किसी भी नए मामले को समय पर नियंत्रित किया जा सके।
अधिकारियों ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी पक्षी या जानवर की असामान्य मृत्यु की सूचना तुरंत स्थानीय पशु चिकित्सालय या वन विभाग को दें। इसके साथ ही, पोल्ट्री उत्पादों का उपयोग करते समय पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास शुरू कर दिए हैं। बर्ड फ्लू के मामलों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, और प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। लातूर जिले में प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से ही इस संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। जागरूकता और सतर्कता बनाए रखना इस स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण कदम है।