BJP candidates in Maharashtra: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार करना शुरू कर दिया है। इस चुनाव में पार्टी की रणनीति और उम्मीदवारों के चयन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
भाजपा की चुनावी तैयारी
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों को फाइनल करने में जुटी हुई हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में 110 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई है।
भाजपा उम्मीदवार (BJP candidates) की सूची में कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। पार्टी ने अपने मौजूदा विधायकों और नए चेहरों का एक संतुलित मिश्रण तैयार किया है। इस रणनीति के पीछे पार्टी का मकसद अपने वोट बैंक को मजबूत करना और नए वोटरों को आकर्षित करना है।
चुनावी मैदान के मजबूत खिलाड़ी
भाजपा ने अपने कई मौजूदा विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। चिमूर सीट से कीर्ति कुमार भांगड़िया, हिंगनघाट से समीर कुनावार, और वर्धा से पंकज भोयर जैसे नेताओं को फिर से टिकट दिया गया है। ये सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखते हैं और पार्टी के लिए अहम माने जाते हैं।
कुछ सीटों पर पार्टी ने नए चेहरों को भी मौका दिया है। जैसे आर्वी सीट पर सुमित वानखेड़े को उतारा गया है, जो देवेंद्र फडणवीस के OSD हैं। इसी तरह कारंजा सीट से सई ताई डहाके को मैदान में उतारा गया है, जो NCP के बड़े नेता दिलीप वलसे पाटिल की बहन हैं।
रणनीतिक सीटों पर फोकस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव रणनीति (Maharashtra assembly election strategy) के तहत भाजपा ने कुछ खास सीटों पर विशेष ध्यान दिया है। जैसे कोथरूड सीट से चंद्रकांत पाटिल को उम्मीदवार बनाया गया है, जिन्हें अमित शाह का करीबी माना जाता है। इसी तरह कोलाबा सीट से राहुल नार्वेकर को टिकट दिया गया है, जो महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष हैं।
पार्टी ने OBC और आदिवासी समुदाय के नेताओं को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया है। जलगांव जामोद से संजय कुटे और रालेगांव से अशोक उइके जैसे नेताओं को टिकट देकर पार्टी ने इन समुदायों को साधने की कोशिश की है।
मुंबई में भाजपा की रणनीति
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी भाजपा ने अपने मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। बोरीवली से सुनील राणे, चारकोप से योगेश सागर, और मालाबार हिल से मंगलप्रताप लोढ़ा जैसे दिग्गज नेताओं को टिकट दिया गया है। इन नेताओं की लोकप्रियता और कार्यकर्ताओं के बीच पकड़ को देखते हुए पार्टी को इन सीटों से अच्छे परिणामों की उम्मीद है।
विपक्ष की चुनौती
भाजपा के सामने इस चुनाव में कांग्रेस, शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे का गठबंधन एक बड़ी चुनौती के रूप में खड़ा है। पिछले चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें जीती थीं, लेकिन सरकार बनाने के लिए उन्हें गठबंधन की जरूरत पड़ी थी। इस बार पार्टी अकेले बहुमत हासिल करने की कोशिश में है।
चुनाव की तारीखें और आंकड़े
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में सभी 288 सीटों के लिए मतदान होगा। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। मौजूदा विधानसभा में भाजपा के 103 विधायक हैं। बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। पिछले चुनाव में राज्य में 61.4% मतदान हुआ था।
भाजपा की यह चुनावी रणनीति कितनी कामयाब होती है, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के चयन में काफी सोच-समझकर फैसले लिए हैं। अब देखना यह है कि मतदाता इन उम्मीदवारों और पार्टी की नीतियों को कितना पसंद करते हैं।