30 की उम्र में ब्रेकअप का दर्द युवाओं के मुकाबले अलग होता है। इस उम्र में महिलाएं ब्रेकअप के साथ-साथ भविष्य की चिंता और सामाजिक दबाव से भी जूझती हैं। वैसे तो ब्रेकअप किसी भी उम्र में मुश्किल होता है, लेकिन 30 की उम्र में इसका असर गहरा होता है। इस उम्र में रिश्तों, करियर और भविष्य को लेकर कई उम्मीदें होती हैं, जो ब्रेकअप के बाद टूट जाती हैं।
सामाजिक और सांस्कृतिक उम्मीदों का बोझ
30 की उम्र में अक्सर शादी और परिवार शुरू करने का दबाव होता है। ब्रेकअप के बाद ये दबाव और भी ज्यादा बढ़ जाता है। कई महिलाएं अपने परिवार और समाज से इस दुख को छुपाने की कोशिश करती हैं।
नए साथी की तलाश में चुनौतियां
30 की उम्र में नए साथी की तलाश करना आसान नहीं होता। कई संभावित साथी पहले से ही रिश्तों में होते हैं। साथ ही, इस उम्र में महिलाओं के अपने मापदंड भी ऊंचे होते हैं, जिससे सही साथी मिलना मुश्किल हो जाता है।
करियर में मिलती है ताकत
कई महिलाओं के लिए उनका करियर उनकी पहचान और आत्मनिर्भरता का एक अहम हिस्सा होता है। ब्रेकअप के बाद करियर उन्हें एक मकसद और आत्मविश्वास देता है। इससे उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
रिश्तों के प्रति बदलता नज़रिया
ब्रेकअप के बाद महिलाएं अपने रिश्तों के प्रति अपने नज़रिये को बदल लेती हैं। वो समझ जाती हैं कि एक रिश्ते में क्या चीज़ें ज़रूरी हैं और क्या नहीं। इससे उन्हें भविष्य में बेहतर रिश्ते बनाने में मदद मिलती है।
ब्रेकअप एक मुश्किल दौर होता है, लेकिन ये हमें खुद को बेहतर समझने और आगे बढ़ने का मौका भी देता है। 30 की उम्र में ब्रेकअप का दर्द भले ही गहरा हो, लेकिन इससे महिलाएं और भी मजबूत और आत्मनिर्भर बनकर उभरती हैं।
मनोचिकित्सक और रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स महिलाओं को इस मुश्किल दौर से निकलने के लिए खुद से प्यार करना, अपने जज़्बातों को स्वीकार करना और आगे बढ़ने की सलाह देते हैं।
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