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अयोध्या समाधान का श्रेय न मिले, इसलिए गिरा दी गई थी चंद्रशेखर सरकार, उप सभापति का बड़ा दावा

चंद्रशेखर, उप सभापति, अयोध्या

राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश ने सोमवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार को इसलिए गिरा दिया गया ताकि उन्हें अयोध्या विवाद का समाधान करने का श्रेय न मिल सके। हरिवंश, जो एक पत्रकार भी रहे हैं, ने कहा कि चंद्रशेखर अपने छोटे कार्यकाल में अयोध्या विवाद को बातचीत के माध्यम से हल करने के काफी करीब पहुंच गए थे।

चंद्रशेखर की सरकार और अयोध्या विवाद

हरिवंश ने कहा कि राजनेता शरद पवार ने भी अपनी पुस्तक में इसका उल्लेख किया है और कुछ अन्य जानकार लोगों ने भी इसका समर्थन किया है। हरिवंश ने ‘चंद्रशेखर: दी लास्ट आयकन ऑफ आयडोलॉजिकल पालिटिक्स’ पुस्तक में यह दावा किया है। उन्होंने बताया कि वह चंद्रशेखर के जीवन और कृतित्व पर हिंदी में भी एक पुस्तक पर काम कर रहे हैं।

चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर सभा

हरिवंश ने चंद्रशेखर की 17वीं पुण्यतिथि पर आयोजित एक सभा में कहा कि चंद्रशेखर विलक्षण दृढ़-निश्चयी, साहसी और कर्तव्यनिष्ठ नायक थे। इस सभा की अध्यक्षता लोक सभा सदस्य लवली आनंद ने की और इसका आयोजन चंद्रशेखर के अनुयायी एवं पूर्व सांसद आनंद मोहन ने किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आयोजन के लिए एक संदेश भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर अपनी सरलता, ईमानदारी, दृढ़ निश्चय और साहस के लिए जाने जाते थे।

चंद्रशेखर का राजनीतिक सफर

चंद्रशेखर (17 अप्रैल 1927 – 08 जुलाई 2007) 40 साल से अधिक समय तक सांसद रहे। उन्होंने 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक भारत के आठवें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। चंद्रशेखर को उनके साहसी कदमों और दृढ़ निश्चय के लिए याद किया जाता है।

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का योगदान

सांसद लवली आनंद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर युवाओं के आदर्श थे। उनका राजनीतिक जीवन भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। हरिवंश ने कहा कि चंद्रशेखर ने एक नाजुक दौर में सरकार संभाली थी और देश को विदेशी भुगतान संकट से बचाया था।

राजनीतिक सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता

चंद्रशेखर ने अपने सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई और कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार नीलम संजीव रेड्डी का विरोध किया था। प्रसिद्ध पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा कि जब चंद्रशेखर प्रधानमंत्री बनने वाले थे, तो देश आरक्षण की आग में जल रहा था। उन्होंने अयोध्या मसले के समाधान का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेस नेता राजीव गांधी की एक टिप्पणी के कारण उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा।

चंद्रशेखर के समर्थक और विचार

बिहार के पूर्व मंत्री अख्लाक अहमद ने कहा कि चंद्रशेखर ऐसे राजनेता थे जिनके समर्थक सभी राजनीतिक दलों में थे। बिहार के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने चंद्रशेखर के विचारों को देश भर में फैलाने की जरूरत पर बल दिया।

इस प्रकार, हरिवंश के दावे के अनुसार, चंद्रशेखर की सरकार को अयोध्या विवाद का श्रेय न मिले, इसलिए गिरा दिया गया था।

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