शवों के टुकड़े मिले
धमाके वाली जगह से कई शवों के टुकड़े मिले हैं, जिन्हें एक बैग में पैक करके डोंबिवली के शास्त्रीनगर सरकारी अस्पताल भेजा गया है। डॉक्टरों ने इन टुकड़ों की जांच की और उन्हें सुरक्षित रख लिया है।
धमाके से आसपास की कंपनियां भी तबाह
फायर अधिकारियों के अनुसार, धमाका इतना ज़बरदस्त था कि आसपास की कई कंपनियों को भी भारी नुकसान हुआ है। डेक्कन कलर्स, ओमेगा फाइन, सप्तवर्णी और कॉस्मो जैसी कंपनियां पूरी तरह से तबाह हो गई हैं।
अभी भी कई शव दबे होने की आशंका
कल्याण फायर स्टेशन के चीफ नामदेव चौधरी ने बताया कि शुक्रवार सुबह 6:30 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया। 5 टीमें, जिसमें हर टीम में 25 फायर कर्मी हैं, और NDRF, TDRF और सिविल डिफेंस के लोग शवों की तलाश में जुटे हैं। अभी तक 3 शव और शरीर के 3 टुकड़े (एक पैर, एक हाथ और एक सिर) अमुदन केमिकल के परिसर से बरामद हुए हैं। मलबे को हटाने के लिए JCB और पोकलेन मशीनें मंगाई गई हैं। अभी ये कहना मुश्किल है कि मलबे में कितने शव और दबे हो सकते हैं।
लापता लोगों की तलाश जारी
ठाणे के डिप्टी कंट्रोलर विजय जाधव ने बताया कि उनकी 40 लोगों की टीम एक लापता व्यक्ति की तलाश कर रही है, जिसकी सूचना विवेक कुमार राजपूत ने दी थी। उनका भाई राकेश राजपूत सप्तवर्णी कलर कंपनी में काम करता था और अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है।
राजनीति भी शुरू
इस हादसे के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए डोंबिवली MIDC क्षेत्र से फैक्ट्रियों को हटाने के लिए कुछ नहीं किया गया। वहीं, कांग्रेस नेता नाना पटोले ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने इस केमिकल प्लांट को बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे फिर से शुरू करने की इजाज़त दे दी।