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Diabetes Patients at Risk: महाराष्ट्र में 2025 की कोविड-19 मृत्यु में 40% से अधिक मधुमेह रोगी, स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट

Diabetes Patients at Risk: महाराष्ट्र में 2025 की कोविड-19 मृत्यु में 40% से अधिक मधुमेह रोगी, स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट

Diabetes Patients at Risk: महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में भले ही कमी आई हो, लेकिन इस वायरस से होने वाली मृत्यु ने स्वास्थ्य विभाग और आम लोगों का ध्यान एक गंभीर मुद्दे की ओर खींचा है। इस साल जनवरी से अब तक राज्य में कोविड-19 से 38 लोगों की मृत्यु हुई है, और इनमें से 40 प्रतिशत से अधिक मरीज मधुमेह (diabetes complications, मधुमेह जटिलताएँ) से पीड़ित थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मृतकों में से 14 लोग मधुमेह के रोगी थे, जबकि 13 अन्य उच्च रक्तचाप से ग्रस्त थे। कई मरीजों को दोनों बीमारियाँ थीं, और कुछ को हृदय रोग जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ भी थीं।

राज्य में कोविड-19 की स्थिति अब नियंत्रण में है, और अधिकांश नए मरीजों में केवल हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं। पिछले छह महीनों में महाराष्ट्र में 30,557 कोविड-19 टेस्ट किए गए, जिनमें से 2,517 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें से 2,389 मरीज ठीक हो चुके हैं, जिससे राज्य की रिकवरी दर 94.91% तक पहुँच गई है। यह आँकड़ा निश्चित रूप से राहत देने वाला है, लेकिन मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह वायरस अभी भी खतरनाक साबित हो रहा है।

1 जुलाई को ही, राज्य में 16 नए कोविड-19 मामले सामने आए। इनमें से तीन-तीन मामले मुंबई और नागपुर में, चार मामले पुणे नगर निगम क्षेत्र में, चार चंद्रपुर में, और एक-एक मामला ठाणे और पनवेल नगर निगम क्षेत्र में दर्ज किया गया। वर्तमान में, पूरे राज्य में केवल 90 सक्रिय मामले हैं। मुंबई में इस साल जनवरी से अब तक 995 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें मई में 435 और जून में 551 मामले सामने आए। इस महीने अब तक मुंबई में तीन नए मामले दर्ज किए गए हैं, और स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी मरीजों की स्थिति स्थिर है और उनमें हल्के लक्षण हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों में कोविड-19 टेस्टिंग और उपचार सुविधाएँ पूरी तरह कार्यरत रखी हैं। हाल ही में एक समीक्षा बैठक में, विभाग ने जिला, मंडल और नगर निगम स्तर के अधिकारियों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) की निगरानी को मजबूत करने का निर्देश दिया। वर्तमान में, 5% ILI मरीजों और सभी SARI मरीजों का कोविड-19 टेस्ट किया जा रहा है। पॉजिटिव नमूनों को संभावित म्यूटेशन की निगरानी के लिए होल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।

मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसे रोगों से पीड़ित लोगों के लिए कोविड-19 अब भी एक गंभीर खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि पुरानी बीमारियों (chronic illnesses, पुरानी बीमारियाँ) से जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। यह स्थिति न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य की देखभाल की आवश्यकता को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि महामारी के प्रभाव अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं।

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