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Dirty Dishes and Kitchen Hygiene: सिंक में पड़े जूठे बर्तन बढ़ा रहे हैं ये बीमारियां, धोने से भी नहीं मरते बैक्टीरिया, किडनी और पेट के लिए हैं खतरनाक

Dirty Dishes and Kitchen Hygiene
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Dirty Dishes and Kitchen Hygiene: क्या आप भी ठंड के दिनों में रसोई के जूठे बर्तन (Dirty Dishes) रातभर सिंक में छोड़ देते हैं? अगर हां, तो यह आदत आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। जूठे बर्तनों पर बैक्टीरिया इतनी तेजी से फैलते हैं कि धोने के बाद भी यह पूरी तरह साफ नहीं होते। यह समस्या न केवल पेट की बीमारियों को जन्म देती है, बल्कि किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है। आइए जानते हैं कि कैसे किचन और किडनी स्वास्थ्य (Kitchen and Kidney Health) आपस में जुड़े हैं और कैसे इस खतरे से बचा जा सकता है।

जूठे बर्तनों से कैसे फैलती हैं बीमारियां?
जूठे बर्तनों पर बैक्टीरिया, जैसे साल्मोनेला, लिस्टीरिया और ई-कोली, तेजी से पनपते हैं। यह बैक्टीरिया बर्तन साफ करने के बाद भी पूरी तरह नष्ट नहीं होते। जब इन बर्तनों का इस्तेमाल खाने परोसने के लिए किया जाता है, तो यह बैक्टीरिया हमारे शरीर में पहुंचकर नुकसान करते हैं।

यह बैक्टीरिया पेट दर्द, उल्टी, डायरिया, और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा करते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है, क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों और बुजुर्गों में किडनी फेलियर जैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

किचन की साफ-सफाई क्यों है जरूरी?
रसोई और सिंक की नियमित सफाई बेहद जरूरी है। अगर जूठे बर्तन लंबे समय तक पड़े रहें, तो यह बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया और फंगस के लिए आदर्श वातावरण बनाते हैं। इसके अलावा, फ्रिज में लंबे समय तक रखे खाने की चीजें भी खतरनाक हो सकती हैं। खराब खाने से पेट और किडनी पर सीधा असर पड़ता है।

ज्यादा नमक और चीनी: किडनी के दो बड़े दुश्मन
आपका खानपान किडनी की सेहत को सीधा प्रभावित करता है।

नमक: ज्यादा नमक खाने से शरीर में सोडियम का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और किडनी फंक्शन पर असर पड़ता है।
चीनी: खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से किडनी के फिल्टर्स खराब होने लगते हैं। यह स्थिति आगे चलकर किडनी फेलियर का कारण बन सकती है।
किडनी की बीमारियों के संकेत
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षणों को पहचानना जरूरी है। यदि यूरिन में खून आए, कमर में दर्द हो, भूख न लगे, या बार-बार थकान महसूस हो, तो यह किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे लक्षण नजर आते ही डॉक्टर से संपर्क करें।

किडनी की सेहत कैसे बनाए रखें?
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें। ज्यादा पानी पीएं, स्मोकिंग और जंक फूड से बचें, और नियमित रूप से व्यायाम करें। खानपान में नमक और चीनी की मात्रा को सीमित रखें। इसके साथ ही, पेनकिलर्स का अधिक इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह किडनी पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

घरेलू नुस्खे से किडनी को बचाएं
कई घरेलू उपाय किडनी को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं। सुबह नीम के पत्तों का रस, शाम को पीपल के पत्तों का रस, और पत्थरचट्टा का सेवन किडनी के लिए फायदेमंद होता है। पथरी की समस्या हो तो कुल्थी की दाल और खट्टी छाछ का सेवन करें।

किचन और किडनी स्वास्थ्य का सीधा कनेक्शन
जूठे बर्तन (Dirty Dishes) और खराब खानपान, दोनों ही किडनी की सेहत के लिए खतरा बन सकते हैं। रसोई की साफ-सफाई पर ध्यान दें और नियमित रूप से हेल्दी डाइट अपनाएं। यह छोटे बदलाव आपकी किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।

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