महाराष्ट्र

नागपुर में राइस मिल में 1 करोड़ से ज्यादा की बिजली चोरी का खुलासा

नागपुर
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महाराष्ट्र के नागपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक राइस मिल में करोड़ों रुपये की बिजली चोरी पकड़ी गई। ये खुलासा महावितरण (सरकारी बिजली विभाग) की छापेमारी में हुआ। जांच में पता चला कि रामटेक तहसील के देवलापार इलाके स्थित ताज राइस मिल में 1 करोड़ 2 लाख 23 हजार 894 रुपये की बिजली चोरी की गई थी।

कैसे पकड़ी गई चोरी?
महावितरण की टीम जब राइस मिल का बिजली मीटर जांचने पहुंची, तो उन्होंने पाया कि मीटर पर सरकारी सील गायब थी और कई केबल्स अवैध रूप से जोड़े गए थे। इन केबल्स के जरिए बिजली चोरी की जा रही थी। गहन जांच के बाद ये सामने आया कि पिछले 12 महीनों में राइस मिल ने 4,90,032 यूनिट बिजली का अवैध उपयोग किया, जिससे विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ।

मालिक पर केस दर्ज और जुर्माना
महावितरण ने इस मामले में ताज राइस मिल के मालिक के खिलाफ रामटेक पुलिस स्टेशन में भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 151 के तहत केस दर्ज कराया है। इसके अलावा, राइस मिल पर 13 लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

विदर्भ में अब तक की सबसे बड़ी बिजली चोरी
महावितरण के अधिकारियों के मुताबिक, ये विदर्भ क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी बिजली चोरी का मामला है। इस कार्रवाई को बिजली चोरी रोकने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

विभाग की सख्त कार्रवाई
बिजली चोरी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए महावितरण की टीम लगातार प्रयासरत है। इस घटना से स्पष्ट है कि बिजली चोरी न केवल सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि कानून का गंभीर उल्लंघन भी है। इस मामले ने बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त संदेश दिया है।

ये घटना दर्शाती है कि अवैध गतिविधियों पर सरकारी विभाग की सख्ती से नजर है। ऐसे मामलों में न केवल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, बल्कि जागरूकता भी बढ़ानी चाहिए ताकि बिजली चोरी जैसे अपराधों को पूरी तरह रोका जा सके।

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