Lata Mangeshkar: भारत की नाइटिंगेल लता मंगेशकर का नाम तो आपने सुना ही होगा। उनकी आवाज़ ने हर दिल को जीता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी शादी का राज़ क्या है? क्या आप जानते हैं कि उन्हें किसने जहर दिया था? क्या आप जानते हैं कि वो क्यों सफेद साड़ी पहनती थीं? आइए जानते हैं लता मंगेशकर की अनसुनी कहानी।
पिता ने की थी भविष्यवाणी
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक प्रसिद्ध गायक और नाटककार थे। उन्होंने अपनी बेटियों को भी संगीत का ज्ञान दिया। लता मंगेशकर के पिता ने उनके बचपन में ही उनके भविष्य का अंदाज़ लगाया था। वो कहते थे कि लता शादी नहीं करेंगी, बल्कि अपनी आवाज़ से पूरी दुनिया को मोहित करेंगी।
स्वर कोकिला के एक बार जहर दिया गया था
शायद आपने कभी इस बारे में सुना हो या नहीं, कि लता मंगेशकर की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ भी आया था, जब उन्हें जहर दिया गया था। ये वाक्या 1954 का है, जब वो फिल्म ‘बूट पॉलिश’ के लिए गाने रिकॉर्ड कर रही थीं। उन्हें एक ग्लास में दूध पिलाया गया, जिसमें जहर मिला हुआ था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज शुरू हुआ और ईश्वर की असीम कृपा से वो स्वस्थ हो पाई थीं। हालांकि उन्हें तीन महीने तक बेड पर रहना पड़ा था जहर की वजह से उनकी आवाज़ भी प्रभावित हुई थी। उन्हें फिर से अपनी आवाज को पहले की तरह करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। (Lata Mangeshkar)
क्यों पहनती थीं सफेद साड़ी?
लता मंगेशकर को आपने हमेशा सफेद साड़ी में ही देखा होगा। क्या आपको पता है कि उन्होंने इसका चुनाव क्यों किया था? दरअसल, उनके पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने अपने घर की जिम्मेदारी उठाई थी। उन्होंने अपनी मां और बहनों का साथ दिया था। उन्होंने अपने आप को एक विधवा की तरह पेश किया था। भारत रत्न लता मंगेशकर ने अपने लिए कोई रंगीन कपड़े नहीं पहने, न ही कोई आभूषण लगाए। उन्होंने सफेद साड़ी को अपनी पहचान बना ली थी।
लता मंगेशकर ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे थे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी आवाज़ से हर किसी के दिलों पर राज किया। आज भले ही वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हर हिंदुस्तानी के दिल में वो हमेशा के लिए अमर हैं। (Lata Mangeshkar)