रोटरी क्लब: जलने के बाद सिर्फ शारीरिक दर्द ही नहीं होता, कई बार जलने का निशान या उसके कारण जोड़ी हुई मांसपेशियां रोज़मर्रा के जीवन में भी परेशानियां पैदा करती हैं। कई लोग आर्थिक तंगी के कारण इस समस्या का सही इलाज नहीं करवा पाते। ऐसे लोगों की मदद के लिए समय-समय पर इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों (कैंप) का आयोजन किया जाताता है।
अगर आप या आपका कोई अपना जलने की दुर्घटना के बाद ऐसी किसी भी समस्या से जूझ रहा है, तो आपके लिए अच्छी खबर है। इस 30 और 31 मार्च को ऐरोली के नेशनल बर्न सेंटर में एक नि:शुल्क शल्य चिकित्सा शिविर (सर्जिकल कैंप) का आयोजन किया गया है। यह कैंप रोटरी क्लब ऑफ बॉम्बे नॉर्थ, रोटरी क्लब ऑफ देवनाऱ और नेशनल बर्न सेंटर द्वारा साझे में आयोजित किया जा रहा है।
इस कैंप में लगभग 20 मरीज़ों का चयन किया जाएगा। जलने के बाद शरीर की कार्यक्षमता में आने वाली समस्याओं का इलाज यहां किया जाएगा। यह समस्याएं दिखने में भले ही ज्यादा बड़ी न लगें, लेकिन हाथ-पैर के जोड़ों के आस पास जलने के बाद कई बार मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं। इससे हाथ-पैर को हिलाने-डुलाने में भी तकलीफ़ होती है। इसका इलाज सर्जरी के द्वारा संभव है। इस कैंप में गरदन, बगलें (कांख), हाथ, कोहनी, पैर के अंगूठे आदि से संबंधित विकृतियों का इलाज किया जाएगा।
शिविर में चुने जाने के लिए पहले मरीज़ों की जांच की जाएगी। कैंप में सर्जरी के बाद ज़रूरी ड्रेसिंग, दर्द निवारण, और फिजियोथेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध है।
नेशनल बर्न सेंटर के डायरेक्टर डॉक्टर एस एम केसवानी ने बताया कि 2011 से अब तक ऐसे 24 शिविर आयोजित किए गए हैं। इनमें 796 मरीज़ों (जिनमें 50% महिलाएं, 34% बच्चे) की सफलतापूर्वक सर्जरी हुई है।
ज़रूरतमंद मरीज़ों से इस सुविधा का लाभ उठाने का आग्रह किया गया है।