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Gudi Padwa: गुड़ी पड़वा के जश्न में महिलाओं का जलवा! गीर्गांव की बाइक रैली में दिखा साहस और परंपरा का अनूठा संगम

Gudi Padwa
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Gudi Padwa: महाराष्ट्र के नए साल गुड़ी पड़वा के मौके पर मंगलवार को पूरे मुंबई में बड़ी धूमधाम देखने को मिली। इस दिन गीर्गांव इलाके में पारंपरिक जुलूस और बाइक रैली निकलती है, जिसमें इस बार खासतौर पर महिलाओं की भागीदारी ने सबका ध्यान खींचा। गीर्गांव की बाइक रैली में महिलाएं कई सालों से हिस्सा ले रही हैं। ये रैली दिखाती है कि कैसे हम अपनी परंपराओं को बनाए रखते हुए आधुनिकता को भी अपना सकते हैं।

नौवारी साड़ी और बुलेट बाइक: बाइक रैली में नौवारी साड़ी पहनी महिलाओं ने अपनी 350 सीसी रॉयल एनफ़ील्ड बुलेट बाइक्स पर सवारी करते हुए सबको प्रभावित किया। इनमें हाउसवाइफ भी थीं और कामकाजी महिलाएं भी।

डॉ. अपर्णा बंडोदकर का अनूठा अंदाज़: 39 साल की डेंटल सर्जन डॉ. अपर्णा बंडोदकर ने इस बार अपनी बाइक भगवान शिव के प्रतीकों से सजाई थी। उनका कहना है कि वो अहिल्याबाई होल्कर को अपना आदर्श मानती हैं और हर साल किसी महान हस्ती के सम्मान में अलग थीम पर रैली में भाग लेती हैं।

सास-बहू की जोड़ी: नेहा कार्नेकर पिछले 20 साल से इस रैली में आ रही हैं, और इस बार उनकी बहू स्वाति कार्नेकर ने भी पहली बार हिस्सा लिया। दोनों ने ‘राम राज्य-शिव राज्य’ की थीम को चुना था।

स्पोर्ट्स बाइक का शौक: 28 साल की शिरीन शिंदे कांदिवली से अपनी स्पोर्ट्स बाइक के साथ इस रैली में शामिल होने आती हैं। उनका कहना है कि उन्हें अपनी बाइक से भी उतना ही प्यार है जितना पारंपरिक पहनावे से।

इंजीनियर से इन्फ्लुएंसर बनी गौरी मोरे: 26 साल की गौरी मोरे इस रैली में पिछले तीन साल से शामिल हो रही हैं। पहले वो एक इंजीनियर थीं, और अब एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं।

गौरतलब है कि गीर्गांव की बाइक रैली मुंबई की महिलाओं के साहस और अपनी संस्कृति से लगाव को दिखाने का एक बेहतरीन उदाहरण है। जानकारी हो कि गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa) के दिन महाराष्ट्रीयन लोग अपने घरों की खिड़कियों पर गुड़ी (पारंपरिक झंडा) लगाते हैं और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं।

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