History of Nehru Road: सीरिया की राजधानी दमिश्क में एक प्रमुख सड़क का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया है। यह सड़क सीरिया-भारत संबंध (Syria-India Relations) की गहराई और दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक कूटनीतिक रिश्तों का प्रतीक है। लेकिन ऐसा क्यों हुआ? और इसके पीछे क्या वजहें हो सकती हैं? आइए इस कहानी को विस्तार से समझते हैं।
भारत और सीरिया के ऐतिहासिक संबंध
भारत और सीरिया के संबंध हमेशा से गहरे और सौहार्दपूर्ण रहे हैं। नई दिल्ली ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दमिश्क का समर्थन किया है, और इसके बदले में सीरिया ने भी भारत के अहम मुद्दों का समर्थन किया है। खासकर कश्मीर के मसले पर, जब सीरिया ने इसे भारत का आंतरिक मामला मानते हुए पाकिस्तान के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट किया।
नेहरू का सीरिया दौरा
1957 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सीरिया का दौरा किया था। यह यात्रा सीरिया-भारत संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी। नेहरू की इस यात्रा के बाद, सीरिया ने दमिश्क में एक प्रमुख सड़क का नाम “नेहरू रोड” रखा। यह फैसला केवल सम्मान का प्रतीक नहीं था, बल्कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम था।
कूटनीतिक यात्राओं का सिलसिला
नेहरू के बाद भी दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय यात्राओं का सिलसिला जारी रहा।
- 2000 में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सीरिया का दौरा किया।
- 2002 में सीरिया के उपप्रधानमंत्री फारूक अल-शारा ने भारत का दौरा किया।
- 2008 में राष्ट्रपति बशर अल-असद ने भारत का दौरा किया।
इन यात्राओं ने दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक, और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत किया।
नेहरू रोड का महत्व
नेहरू रोड का इतिहास (History of Nehru Road) केवल एक सड़क का नामकरण नहीं है, बल्कि यह भारत और सीरिया के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह सड़क दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक आदान-प्रदान और मजबूत साझेदारी का प्रतीक बन गई है।
भारत का सीरिया के प्रति रुख
सीरिया में हालिया संकट के बीच, भारत ने हमेशा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का समर्थन किया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि भारत, सीरिया की सम्पूर्ण जनता के हितों का सम्मान करते हुए, शांति प्रक्रिया का समर्थन करता है। भारत का यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि उसने हमेशा समानता और अधिकारों को प्राथमिकता दी है।
सीरिया-भारत संबंधों की अनूठी मिसाल
नेहरू रोड न केवल ऐतिहासिक संबंधों का प्रमाण है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे दो देशों के कूटनीतिक रिश्ते सांस्कृतिक और राजनीतिक मंच पर गहराई तक जुड़े हुए हैं। सीरिया में इस सड़क का नाम भारतीय कूटनीति और नेहरू की वैश्विक दृष्टि का सम्मान है।
सीरिया और भारत के संबंध आज भी ऐतिहासिक जड़ों पर आधारित हैं, और यह नेहरू रोड उन गहरे रिश्तों का एक स्थायी प्रतीक बनी रहेगी।
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