आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भारतीय राजनीति के सबसे चर्चित नामों में से एक हैं। उनके नाम के साथ एक और खिताब जुड़ा है—देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री। सवाल ये उठता है कि आखिर उनकी संपत्ति का मुख्य स्रोत क्या है, और वे इतनी बड़ी दौलत के मालिक कैसे बने?
हेरिटेज फूड्स: चंद्रबाबू नायडू की संपत्ति का आधार (Heritage Foods: The Foundation of Naidu’s Wealth)
चंद्रबाबू नायडू की कुल संपत्ति का बड़ा हिस्सा उनकी पत्नी भुवनेश्वरी नायडू के नाम पर है, जो हेरिटेज फूड्स लिमिटेड (Heritage Foods Limited) की हिस्सेदार हैं। 1992 में स्थापित इस कंपनी ने डेयरी उद्योग में अपनी खास पहचान बनाई। ये कंपनी दूध और डेयरी उत्पाद बेचती है, और इसकी सफलता का श्रेय इसके उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को जाता है।
चंद्रबाबू नायडू की संपत्ति
2019 की एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रबाबू नायडू की कुल संपत्ति 931 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। इसमें से 82 प्रतिशत हिस्सा हेरिटेज फूड्स में उनके परिवार की हिस्सेदारी से आता है।
हेरिटेज फूड्स की स्थापना और सफर (Establishment and Journey of Heritage Foods)
1990 के दशक में, जब भारत आर्थिक उदारीकरण की ओर बढ़ रहा था, नायडू ने अपनी दूरदर्शिता दिखाई। 1992 में उन्होंने मात्र 50 लाख रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ हेरिटेज फूड्स की स्थापना की। चित्तूर जिले, जो दूध उत्पादन का प्रमुख केंद्र था, से उन्होंने इस व्यवसाय को शुरू किया।
उनका उद्देश्य स्पष्ट था—दूध उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराना और उपभोक्ताओं को गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद देना। 1994 में जब ये कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई, तब नायडू ने इसे एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
हेरिटेज फूड्स के अधिकारियों का कहना है कि यह कंपनी पूरी तरह से एक निजी उद्यम है। इसे कोई सरकारी सब्सिडी नहीं मिली है। ये केवल अपने उत्पादों की गुणवत्ता और ग्राहकों की संतुष्टि के कारण इतनी सफल हुई है।
राजनीति और व्यवसाय का तालमेल (Balancing Politics and Business)
1994 में जब चंद्रबाबू नायडू पहली बार मंत्री बने, उन्होंने हेरिटेज फूड्स के प्रबंध निदेशक का पद छोड़ दिया। ये दिखाता है कि उन्होंने अपने व्यवसाय और राजनीति को अलग रखने की पूरी कोशिश की।
देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री
नायडू को देश का सबसे अमीर मुख्यमंत्री घोषित किया गया, लेकिन उनकी सफलता सिर्फ पैसों तक सीमित नहीं है। उनके नेतृत्व और व्यवसायिक दृष्टिकोण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
चंद्रबाबू नायडू का जीवन इस बात का उदाहरण है कि सही दिशा और मेहनत से बड़ी से बड़ी ऊंचाई तक पहुंचा जा सकता है। चाहे वो राजनीति हो या व्यवसाय, उनका हर कदम सफलता की ओर बढ़ा है। हेरिटेज फूड्स उनकी संपत्ति और सफलता का सबसे बड़ा प्रतीक है।
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