How China Became Worlds Richest Nation: करीब चार साल पहले मशहूर कंसल्टेंसी कंपनी मैकेंजी ने एक ऐसी रिपोर्ट जारी की, जिसने सबको चौंका दिया। इस रिपोर्ट में बताया गया कि चीन दुनिया का सबसे अमीर देश बन चुका है। आज चीन की संपत्ति इतनी ज्यादा है कि वह वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे ऊपर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा था जब चीन भारत से भी गरीब था? फिर आखिर उसने इतनी तरक्की कैसे की?
मैकेंजी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 में चीन की कुल संपत्ति करीब 7 ट्रिलियन डॉलर थी। लेकिन पिछले 20-22 सालों में यह रकम बढ़कर 120 ट्रिलियन डॉलर हो गई। यह किसी भी देश के लिए बहुत बड़ा उछाल है। उस समय की रिपोर्ट में अमेरिका संपत्ति के मामले में दूसरे नंबर पर था, जबकि भारत 2.26 ट्रिलियन डॉलर के साथ सातवें स्थान पर था। अनुमान है कि उस साल भारत की असल अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन डॉलर के आसपास पहुंच चुकी थी।
अब जरा पीछे चलते हैं। करीब 45-50 साल पहले, यानी 1970 के दशक में, चीन की हालत भारत से भी बदतर थी। वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, उस समय चीन में भारत से 26 फीसदी ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते थे। उस समय चीन की प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 155 अमेरिकी डॉलर थी, जबकि भारत में यह 210 डॉलर थी। यानी उस दौर में भारत आर्थिक रूप से चीन से बेहतर स्थिति में था।
चीन की कहानी में असली बदलाव साल 1978 में आया। उस समय माओ की मौत और सांस्कृतिक क्रांति के बाद चीन एक नए रास्ते की तलाश में था। माओ के उत्तराधिकारी देंग जियाओपिंग ने बड़े आर्थिक सुधार शुरू किए। उन्होंने चीन की अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोला, उद्योगों और उत्पादन पर ध्यान दिया, भूमि सुधार किए, शिक्षा को बढ़ावा दिया और जनसंख्या नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए। इन सुधारों ने धीरे-धीरे चीन को आर्थिक महाशक्ति बना दिया।
अगर भारत और चीन की तुलना करें, तो पिछले चार दशकों में फर्क साफ दिखता है। भारत की प्रति व्यक्ति आय 1991 से अब तक सिर्फ 5 गुना बढ़ी है, जबकि चीन की प्रति व्यक्ति आय में 24 गुना का इजाफा हुआ। यही वजह है कि आज एक औसत चीनी नागरिक भारतीय नागरिक से करीब 5 गुना ज्यादा अमीर है।
चीन ने अपनी नीतियों, मेहनत और सही दिशा में उठाए गए कदमों से दुनिया को दिखा दिया कि वह कैसे एक गरीब देश से सबसे अमीर देश बन सकता है। आज चीन की अर्थव्यवस्था न केवल अपने नागरिकों के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक मिसाल है।
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