प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में बुधवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। संगम क्षेत्र में भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे कई श्रद्धालु घायल हो गए, 17 श्रद्धालुओं के मौत की खबर भी आ रही है। हालांकि किसी के मौत की पुष्टी आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत श्रद्धालुओं और प्रशासन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सीएम योगी की अपील: नजदीकी घाटों पर करें स्नान
हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज की ओर जाने के बजाय नजदीकी घाटों पर ही स्नान करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने स्नान के लिए कई घाटों की व्यवस्था की है, जहां सुरक्षित रूप से स्नान किया जा सकता है।
सीएम योगी ने प्रशासन को निर्देश दिए कि वे इन उपायों का सख्ती से पालन कराएं और मेले में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।
अखाड़ा परिषद का फैसला: मौनी अमावस्या स्नान नहीं करेंगे साधु
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी जी महाराज ने इस हादसे को दुखद बताते हुए कहा कि सभी 13 अखाड़े मौनी अमावस्या का स्नान नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि अब साधु-संत बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर महाकुंभ पर
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की। उन्होंने महाकुंभ मेले की स्थिति की जानकारी ली और घायलों के इलाज और राहत कार्यों की समीक्षा की। पीएम मोदी ने प्रशासन को श्रद्धालुओं को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
कैसे हुई भगदड़? प्रशासन का क्या कहना है?
मंगलवार देर रात करीब 2 बजे अफवाह फैलने के कारण संगम क्षेत्र में भगदड़ मच गई। विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा के अनुसार, संगम नोज पर बैरियर टूटने से हालात बेकाबू हो गए और श्रद्धालु एक-दूसरे को कुचलते हुए निकलने लगे। इस दौरान कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज जारी है।
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा निर्देश
महाकुंभ में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए श्रद्धालुओं को निम्नलिखित सुरक्षा निर्देशों का पालन करना चाहिए –
- नजदीकी घाटों पर ही स्नान करें और अनावश्यक भीड़भाड़ से बचें।
- प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
- अपना धैर्य बनाए रखें और भगदड़ जैसी स्थिति में शांत रहें।
- परिवार के सदस्यों और समूह के लोगों का ध्यान रखें और बच्चों को अकेला न छोड़ें।
- आपातकालीन नंबरों की जानकारी रखें और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा अधिकारियों से संपर्क करें।
महाकुंभ 2025 के दौरान ये हादसा प्रशासन और श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। सीएम योगी और पीएम मोदी द्वारा उठाए गए कदमों से उम्मीद की जा रही है कि आगे की व्यवस्थाओं में सुधार होगा और श्रद्धालु सुरक्षित रूप से स्नान और दर्शन कर सकेंगे।
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