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Maharashtra: 12वीं परीक्षा के बीच शिक्षकों का बहिष्कार, क्या विलम्ब होगा रिजल्ट?

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Maharashtra में शुरू हुईं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बीच शिक्षक संगठनों ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन बहिष्कार की घोषणा की है। इससे छात्रों के परीक्षा परिणाम में देरी होने की चिंता बढ़ गई है।

Highlights –

15 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं दे रहे हैं परीक्षा
शिक्षकों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर बहिष्कार का किया ऐलान
परीक्षा परिणाम में देरी आशंका
पिछले वर्ष भी हुई थी ऐसी कार्रवाई, बाद में हटी थी हड़ताल
सरकार-शिक्षक संगठनों के बीच जल्द समझौते की आवश्यकता

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महाराष्ट्र (Maharashtra)  राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) हर साल लाखों छात्रों के लिए 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करता है। ये परीक्षाएं छात्रों के भविष्य की दिशा तय करती हैं। कोविड-19 महामारी के बाद इस वर्ष बोर्ड परीक्षा के प्रारूप में वापस पुराने नियमों पर लौटने का प्रयास कर रहा है।

महाराष्ट्र में आज से 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। राज्य भर से लगभग 15.14 लाख छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, जो 19 मार्च तक जारी रहेंगी। परीक्षा के आयोजन के लिए कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं। हालांकि, परीक्षा शुरू होने से साथ ही शिक्षक संगठनों की ओर से एक बड़ी चुनौती सामने आ गई है। राज्य के शिक्षक अपनी लंबित मांगें, जैसे कि वेतन वृद्धि और पदोन्नति के मुद्दे पर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में सहयोग न करने की घोषणा कर चुके हैं। शिक्षकों के इस कदम से परीक्षा परिणाम में देरी होने की प्रबल संभावना है, जिससे छात्रों में चिंता बढ़ रही है। पिछले साल भी शिक्षक संगठनों ने मूल्यांकन के काम का बहिष्कार किया था, लेकिन सरकार के आश्वासन के बाद इसे कुछ समय बाद वापस ले लिया गया था। इस साल स्थिति दोबारा गंभीर नज़र आ रही है। विद्यार्थियों का भविष्य इस परीक्षा के नतीजों पर निर्भर है, ऐसे में सरकार और शिक्षक संगठनों के बीच जल्द से जल्द बातचीत होना आवश्यक है और किसी तरह का हल निकालना चाहिए।

परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों में शिक्षकों के इस बहिष्कार को लेकर चिंता है। सरकार और शिक्षक संगठनों के बीच शीघ्र समझौता होना ज़रूरी है, ताकि समय पर परीक्षा परिणाम जारी हो सके और लाखों छात्रों को राहत मिल सके। (Maharashtra)

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