महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों के दिन बदलने वाले हैं! राज्य का स्वास्थ्य विभाग एक बड़ी पहल करने जा रहा है, जिससे गांवों और छोटे शहरों में भी लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। स्वास्थ्य विभाग अब ज़्यादा से ज़्यादा अस्पतालों को ‘स्मार्ट सेंटर’ में बदलने की तैयारी में है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI, नए ज़माने की मेडिकल तकनीक और डिजिटल सुविधाओं से लैस ये नए ‘स्मार्ट सेंटर’ आम लोगों के लिए इलाज को और भी आसान बना देंगे। अधिकारियों का कहना है कि इस कदम से मरीज़ों को बड़ी बीमारियों का भी पहले पता चल सकेगा, जिससे उनका समय पर इलाज हो पाएगा।
यह कोई नई बात नहीं है कि टेक्नोलॉजी की मदद से स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। पिछले साल सतारा ज़िले की 17 स्वास्थ्य केंद्रों को इसी ‘स्मार्ट’ तकनीक से लैस किया गया था। इस प्रयोग के नतीजे इतने अच्छे रहे हैं कि अब इसे पूरे राज्य स्तर पर लागू करने की योजना है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी कहते हैं, “नई टेक्नोलॉजी के ज़रिए हम मरीज़ों का डेटा बेहतर ढंग से रख पाएंगे। साथ ही, कई तरह की जांच की सुविधा एक ही जगह करने में भी मदद मिलेगी। इससे डॉक्टरों को भी इलाज करने में आसानी होगी।”
इन ‘स्मार्ट सेंटर’ में ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, दिल की बीमारी, टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का पहले पता लगाने की सुविधा होगी। सतारा ज़िले के अस्पतालों में कई लोगों की जान इस तकनीक के ज़रिए बचाई जा चुकी है। जल्द ही, पुणे समेत पूरे महाराष्ट्र में ऐसे ही और सेंटर खोले जाएंगे।