Maharashtra News: महाराष्ट्र का गढ़चिरौली देश के सबसे खराब नक्सल प्रभावित जिलों में से एक है. लेकिन अब जो खबर आ रही है, वो हर किसी को खुशी देने का काम कर रहा है. दरअसल यहां के युवा ने मुंबई में होनेवाले मैराथन में जिस तरह से जीत हासिल की है, वो काबिले तारीफ है. इस बात से ये साबित हो रहा है कि यहां के युवा अपने जीवन को बदल रहे हैं. दरअसल इन युवाओं ने हाल ही में मुंबई में हुए टाटा मैराथन में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है. इनमें से कई युवाओं को मेडल भी मिले हैं.
गढ़चिरौली के युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए वहां की पुलिस ने ‘उड़ान’ नाम का एक प्रोजेक्ट भी शुरू किया है. इस प्रोजेक्ट के तहत, पुलिस ने खेल में रुचि रखने वाले युवाओं को ट्रेनिंग दी है. बता दें कि पुलिस ने अपने खर्चे पर इन युवाओं को मुंबई मैराथन में भाग लेने के लिए भेजा है. ऐसे में इन युवाओं ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया है.
गढ़चिरौली के युवाओं में से एक है प्रकाश रमेश मिरी, जिन्होंने फुल मैराथन में टॉप 100 में शामिल होने का कारनामा किया है. प्रकाश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें खेल में बचपन से ही लगाव था, लेकिन उनके पास कोई सुविधा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें एक मौका दिया है, जिसका वो पूरी तरह से फायदा उठाना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनका लक्ष्य अगले ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना है.
इसी तरह, सूरज साईनाथ बोत्रे और अमोल पोरेटे ने भी फुल मैराथन में टॉप 100 में जगह बनाई है. हॉफ मैराथन में तो गढ़चिरौली की प्रियंका ओक्सा ने नवीं रैंक हासिल की है. प्रियंका ने कहा कि वह अपने परिवार को गर्व महसूस कराना चाहती है और अपने गांव की बेटियों के लिए एक प्रेरणा बनना चाहती हैं. (Maharashtra News)
तो वहीं गढ़चिरौली पुलिस के एसपी का कहना है कि उनका उद्देश्य युवाओं को नक्सलवाद से दूर रखना है. पुलिस ने यहां के लोगों को शिक्षा, रोजगार और खेल के माध्यम से आत्मविश्वास तो दिया ही है, साथ ही उनकी प्रतिभा को पहचानने और विकसित करने का अवसर भी दिया है. (Maharashtra News)
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