महाराष्ट्र सरकार बड़े फास्ट फूड चेन जैसे मैकडॉनल्ड्स, डोमिनोज़, पिज्जा हट, बर्गर किंग और KFC की जांच करेगी। इन पर आरोप है कि वे “असली चीज़” के नाम पर चीज़ के नकली विकल्प इस्तेमाल कर रहे हैं।
महाराष्ट्र की सरकार ग्लोबल फास्ट फूड चेन के आउटलेट्स की जांच करेगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं ये कंपनियां “असली चीज़” के नाम पर नकली चीज़ तो नहीं परोस रही हैं। यह जांच पिछले साल मैकडॉनल्ड्स पर लगे आरोपों के बाद शुरू हुई है।
पिछले साल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि महाराष्ट्र में मैकडॉनल्ड्स कुछ उत्पादों में असली चीज़ की जगह उसका नकली विकल्प इस्तेमाल कर रहा है, जो वनस्पति तेल से बनता है। मैकडॉनल्ड्स ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था, लेकिन दिसंबर में कंपनी ने कई बर्गर और नगेट्स के नाम से “चीज़” शब्द हटा दिया था। उदाहरण के लिए, “कॉर्न एंड चीज़ बर्गर” को “अमेरिकन वेजिटेरियन बर्गर” का नाम दे दिया गया।
अब राज्य के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी सभी मैकडॉनल्ड्स आउटलेट्स के साथ-साथ बड़े ब्रांड्स जैसे डोमिनोज़, पिज्जा हट, बर्गर किंग और KFC की भी जांच करेंगे। अधिकारियों का कहना है कि वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि फास्ट फूड कंपनियां ग्राहकों को गुमराह न करें।
एक अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भारतीय फ्रेंचाइजी चलाने वाले डोमिनोज़, पिज्जा हट, बर्गर किंग और KFC के आउटलेट्स की भी जांच की जाएगी।
भारत में राज्य सरकारों के पास यह अधिकार है कि वे खान-पान के नियमों का उल्लंघन करने वाले रेस्तरां के लाइसेंस निलंबित कर सकते हैं। मैकडॉनल्ड्स का पश्चिम और दक्षिण भारत में फ्रेंचाइजी चलाने वाली वेस्टलाइफ का कहना है कि वह किसी भी निरीक्षण का स्वागत करती है और कंपनी उच्चतम मानकों का पालन करती है।
महाराष्ट्र भारत का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। वित्तीय राजधानी मुंबई और कई शहरी केंद्रों के कारण महाराष्ट्र वैश्विक फास्ट फूड ब्रांडों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है।
महाराष्ट्र सरकार का यह कदम सराहनीय है। इससे ग्राहकों को शुद्ध और सेहतमंद खाने-पीने की चीज़ें मिल सकेंगी। जांच का नतीजा जो भी हो, इस कदम से फास्ट फूड कंपनियों पर दबाव ज़रूर बढ़ेगा।