साउथ मुंबई के बलार्ड एस्टेट इलाके में शनिवार देर रात एक भयानक हादसा हुआ, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय वाली कैसर-ए-हिंद बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। अच्छी बात ये रही कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आग पर काबू पाने में लगे 12 घंटे
मुंबई फायर डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि आग को बुझाने के लिए 12 घंटे तक लगातार अभियान चलाया गया। रविवार दोपहर करीब 2:10 बजे जाकर आग पर पूरी तरह काबू पाया गया। इस अभियान में फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां, पानी के टैंकर और अन्य जरूरी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। ये आग लेवल-3 की थी, जिसे अग्निशमन विभाग बेहद गंभीर मानता है।
ईडी कार्यालय चौथे फ्लोर पर
कैसर-ए-हिंद बिल्डिंग पांच मंजिला है, और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का कार्यालय इसकी चौथी मंजिल पर स्थित है। आग भी इसी फ्लोर पर शुरू हुई और बीच के फ्लोर तक फैल गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी रवींद्र अम्बुलगेकर ने बताया कि आग को बुझाने के लिए बिल्डिंग के चारों ओर से पानी की बौछारें की गईं। फाइलों, फर्नीचर और अन्य सामानों ने आग को और भड़काने का काम किया।
आग बुझाने में क्यों आई दिक्कत?
आग बुझाने में इतना समय लगने का कारण बताते हुए अम्बुलगेकर ने कहा कि बिल्डिंग में हवा की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं थी। इससे धुआं इमारत के अंदर ही जमा हो गया, जिसके चलते दमकलकर्मियों को अंदर प्रवेश करने में काफी मुश्किल हुई। उन्हें बिल्डिंग में प्रवेश के लिए दरवाजे और खिड़कियां तोड़नी पड़ीं।
शॉर्ट सर्किट बना आग का कारण
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है। इस आग में फर्नीचर, अलमारियां, बिजली के उपकरण और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। पुलिस और ईडी के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने बिल्डिंग का गहन निरीक्षण किया।
ईडी ने नहीं दर्ज कराई शिकायत
हैरानी की बात ये है कि प्रवर्तन निदेशालय ने इस घटना के संबंध में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। हालांकि, मुंबई पुलिस ने विस्तृत पंचनामा तैयार किया और जरूरी रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने कहा कि आगे की कार्रवाई मुंबई अग्निशमन विभाग की अंतिम रिपोर्ट के आधार पर होगी, जो अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
जांच जारी, नुकसान का आकलन बाकी
आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच अभी भी जारी है। इस हादसे में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनका सटीक आकलन अभी बाकी है। ये घटना न केवल ईडी के लिए बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी एक बड़ा सबक है कि कार्यालयों में अग्निसुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए।
साउथ मुंबई में ईडी कार्यालय की बिल्डिंग में लगी ये आग एक गंभीर घटना थी, जिसने अग्निसुरक्षा के महत्व को फिर से उजागर किया। समय रहते फायर ब्रिगेड की तत्परता और कड़ी मेहनत से आग पर काबू पा लिया गया, वरना नुकसान और बड़ा हो सकता था। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर उपाय किए जाएंगे।
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