मुंबई

Navi Mumbai Road Rage: नवी मुंबई में रोड रेज, 65 वर्षीय बुजुर्ग पर चार लोगों ने किया हमला, पुलिस जांच में जुटी

Navi Mumbai Road Rage: नवी मुंबई में रोड रेज, 65 वर्षीय बुजुर्ग पर चार लोगों ने किया हमला, पुलिस जांच में जुटी

Navi Mumbai Road Rage: नवी मुंबई की हलचल भरी सड़कों पर एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया। 03 मई 2025 को, दोपहर के करीब 3:25 बजे, पाम बीच रोड पर एक 65 वर्षीय रिटायर्ड फाइनेंशियल सलाहकार, राधेश्याम गोवर्धन मुंदड़ा, पर चार अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर हमला कर दिया। यह सब तब शुरू हुआ, जब उन्होंने एक टेंपो ड्राइवर को गलत लेन में गाड़ी चलाने की बात कही। इस घटना ने न केवल सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता पर भी सवाल उठाए। आइए, इस घटना को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि आखिर क्या हुआ था उस दिन।

राधेश्याम मुंदड़ा, जो वाशी के निवासी हैं, उस दिन बेलापुर कोर्ट जा रहे थे। पाम बीच रोड पर अक्षर चौक सिग्नल के पास उन्होंने देखा कि एक भारी-भरकम टेंपो मध्य लेन में धीमी गति से चल रहा है। उन्होंने टेंपो ड्राइवर को इशारा किया कि वह लेन बदल ले, ताकि रास्ता साफ हो सके। इसके बाद, उन्होंने अपनी कार आगे बढ़ा दी। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। कुछ ही देर बाद, वही टेंपो तेजी से उनकी कार को ओवरटेक करके अचानक उनके सामने रुक गया।

टेंपो से दो लोग उतरे, और साथ ही एक दूसरी गाड़ी से दो और लोग आ गए। ये चारों, जिनकी उम्र 25 से 30 साल के बीच बताई जा रही है, ने राधेश्याम पर गालियों की बौछार शुरू कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने उनकी कार का साइड मिरर तोड़ दिया, बोनट पर जोर-जोर से प्रहार किया और ड्राइवर साइड की खिड़की को क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब एक हमलावर उनकी कार के बोनट पर चढ़ गया। यह सब दिन के उजाले में, एक व्यस्त सड़क पर हो रहा था, जो नवी मुंबई जैसे आधुनिक शहर के लिए हैरान करने वाला है।

राधेश्याम ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अपनी कार को, जिसके बोनट पर एक हमलावर अभी भी चढ़ा था, सीधे बेलापुर कोर्ट परिसर की ओर बढ़ा दिया। यह एक साहसिक कदम था, क्योंकि वह चाहते थे कि हमलावरों को कानून के हवाले किया जाए। कोर्ट परिसर में पहुंचने पर पुलिस ने शुरुआत में एक हमलावर को हिरासत में लिया। लेकिन राधेश्याम के मुताबिक, जब वह अपनी कोर्ट कार्यवाही से लौटे, तो उस हमलावर को कथित तौर पर छोड़ दिया गया था। इस बात ने पीड़ित के मन में कई सवाल खड़े किए।

एनआरआई पुलिस स्टेशन ने इस मामले में चार अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyay Sanhita) की धारा 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 352 (जानबूझकर अपमान करना), और 324(4) (उपद्रव) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं, ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। जांच अभी भी जारी है, और पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।

यह घटना, जिसे हम रोड रेज (Road Rage) या सड़क क्रोध (Sadak Krodh) कहते हैं, आज के समय में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। नवी मुंबई जैसे शहर, जो अपनी व्यवस्थित सड़कों और आधुनिक जीवनशैली के लिए जाना जाता है, में भी ऐसी घटनाएं चिंता का विषय हैं। राधेश्याम ने सिर्फ एक ड्राइवर को सही तरीके से गाड़ी चलाने की सलाह दी थी, लेकिन इसका परिणाम उन्हें शारीरिक और मानसिक आघात के रूप में भुगतना पड़ा। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि हमारी सड़कों पर सहनशीलता और धैर्य क्यों कम हो रहा है।

आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल सड़क क्रोध से जुड़ी हजारों घटनाएं सामने आती हैं। इनमें से कई मामूली विवादों से शुरू होती हैं, जैसे कि गलत लेन में गाड़ी चलाना, हॉर्न बजाना, या ओवरटेकिंग। लेकिन कुछ ही पलों में ये विवाद हिंसक रूप ले लेते हैं। नवी मुंबई में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जैसे कि खारघर में एक आईटी प्रोफेशनल की मौत या सनपदा में एक बिजनेसमैन द्वारा चार लोगों को कुचलने की कोशिश। ये सभी घटनाएं हमें एक ही बात सिखाती हैं—हमें अपनी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए जागरूकता और संयम की जरूरत है।

भारतीय न्याय संहिता के तहत रोड रेज से जुड़े मामलों में सख्त सजा का प्रावधान है। इस मामले में भी, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। लेकिन केवल कानूनी कार्रवाई ही काफी नहीं है। हमें समाज के स्तर पर भी बदलाव लाने की जरूरत है। ड्राइविंग के दौरान धैर्य रखना, दूसरों का सम्मान करना, और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करना हमें हिंसक घटनाओं से बचा सकता है।

राधेश्याम जैसे बुजुर्ग नागरिक, जो समाज में सम्मानजनक स्थान रखते हैं, के साथ ऐसी घटना बेहद दुखद है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपने शहर को सभी के लिए सुरक्षित बनाना होगा, चाहे वह युवा हों या वरिष्ठ नागरिक। नवी मुंबई पुलिस की सक्रियता इस मामले में सराहनीय है, लेकिन यह भी जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएं।

इस घटना में सीसीटीवी फुटेज की भूमिका बेहद अहम है। पाम बीच रोड जैसे व्यस्त इलाके में लगे कैमरे न केवल अपराधियों की पहचान करने में मदद करते हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा देते हैं। पुलिस ने बताया कि वे सभी उपलब्ध फुटेज की बारीकी से जांच कर रहे हैं। यह हमें दिखाता है कि आधुनिक तकनीक अपराध को रोकने और न्याय सुनिश्चित करने में कितनी महत्वपूर्ण है। नवी मुंबई जैसे शहरों में, जहां स्मार्ट सिटी की अवधारणा को बढ़ावा दिया जा रहा है, ऐसी तकनीकों का और विस्तार होना चाहिए।

#NaviMumbaiRoadRage, #RoadSafety, #SeniorCitizenSafety, #BharatiyaNyaySanhita, #CrimeNews

ये भी पढ़ें: 03 मई 2025 का दैनिक राशिफल: आपका दिन, आपकी किस्मत!

You may also like