रिपोर्टर: रामकुमार गुप्ता
Mumbai: महाराष्ट्र के समृद्ध इतिहास के प्रमाण को दर्शाते हैं हमारे गढ़ के किले. आज भी ये किले महाराष्ट्र के गौरवशाली इतिहास की न सिर्फ याद दिलाते हैं, बल्कि हमें प्रेरित भी करते हैं. बच्चों को इस इतिहास का अनुभव सिर्फ किताबों से नहीं बल्कि अपनी आंखों से भी करना चाहिए.
बच्चों को प्रेरित करने के लिए बीमा नगर एजुकेशन सोसायटी बोरीवली ने 23 से 26 नवंबर तक ऐतिहासिक किलों की प्रदर्शनी का आयोजन किया. इस प्रदर्शनी का उद्घाटन वार्ड नं.1 के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर के हाथों किया गया.

Grand display of forts in Bima Nagar Education Society
इस अवसर पर अभिषेक घोसालकर ने कहा कि स्कूल में ऐतिहासिक परंपरा को संरक्षित करने के साथ-साथ बच्चों के मन में ऐतिहासिक संस्कृति का विकास हो रहा है. उन्होंने मुंबई के सभी स्कूलों से भी इस गतिविधि को चलाने और अपनी ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने की अपील की है.
ये भी पढ़ें: Bullet Train: 230 किमी घाट, 100 किमी वायाडक्ट का निर्माण हुआ पूरा
बच्चों द्वारा तैयार की गई इस भव्य प्रदर्शनी में जंजीरा, सिंधुदुर्ग, शिवनेरी, रायगढ़, प्रतापगढ़, तोरणा किलों की प्रतिकृतियां बनाई गईं. इस प्रदर्शनी की खासियत यह रही कि प्रदर्शनी में प्रस्तुत किये गए किलों के निर्माण में कई ख़राब हो चुकी वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया है.

Grand display of forts in Bima Nagar Education Society
गौरतलब है कि इस वर्ष बीमा नगर एजुकेशन सोसायटी का अपना स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है. इस अवसर पर संस्था की ओर से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं. यह ऐतिहासिक गतिविधि उनमें से एक है.