ठाणे-मुंबई: शहर में बार-बार पानी की पाइपलाइन फटने की समस्या से निजात पाने के लिए बीएमसी एक नई जल सुरंग का निर्माण करेगी। यह सुरंग ठाणे के येवई, काशेली से होते हुए पूर्वी उपनगर मुलुंड तक जाएगी।
- नई सुरंग का उपयोग: पानी की आपूर्ति के लिए मुख्य रूप से नई सुरंग का इस्तेमाल होगा।
- बैकअप रहेगा पाइपलाइन नेटवर्क: मौजूदा पाइपलाइन नेटवर्क एक बैकअप विकल्प के रूप में काम करेगा।
- टेंडर प्रक्रिया जल्द: इस निर्माण कार्य के लिए एक महीने के अंदर निविदा (टेंडर) आमंत्रित कर दिए जाएंगे।
- पानी की आपूर्ति: ठाणे और नासिक जिले की झीलों से बीएमसी रोज़ाना करीब 3900 मिलियन लीटर पानी सप्लाई करती है।
वर्तमान में पाइपलाइन ज़मीन के ऊपर होने के कारण मुंबई और ठाणे में चल रहे विकास कार्यों के चलते इसके क्षतिग्रस्त होने का खतरा रहता है।
ज़मीन से लगभग 100 मीटर नीचे बनने वाली इस सुरंग से पाइप फटने की संभावना बहुत कम हो जाएगी। (Mumbai ONTV News)
इस परियोजना के लिए बीएमसी ने 2024-25 के बजट में ₹350 करोड़ आवंटित किए हैं।
वर्तमान में, घाटकोपर-ट्रॉम्बे से घाटकोपर-परेल तक एक सुरंग पर खुदाई का काम चल रहा है, इसके 2026 तक चालू होने की उम्मीद है।
अधिक क्षमता के अलावा, यह आने वाला बुनियादी ढांचा पानी के रिसाव या दूषित होने जैसी समस्याओं से नहीं जूझेगा।
इस नई सुरंग परियोजना से मुंबई में जलापूर्ति व्यवस्था अधिक सुचारू और बेहतर होने की उम्मीद है। साथ ही जल संरक्षण में भी इससे मदद मिलेगी।