मुंबई में तो स्टेशनों के नाम आज भी अंग्रेज़ी में ही हैं – करी रोड, सैंडहर्स्ट रोड, वगैरह। लोगों को लगता है कि अब देश आज़ाद हो गया है, तो नाम भी बदलने चाहिए! सांसद राहुल शेवाले ने इसके लिए महाराष्ट्र सरकार से गुज़ारिश की थी। अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस प्रस्ताव को मंज़ूर कर लिया है।
अब देखिए, कितने मज़ेदार नाम रखे जाएंगे! करी रोड तो लालबाग हो जाएगा, सैंडहर्स्ट रोड बनेगा डोंगरी, मरीन लाइंस का नाम होगा मुंबादेवी, और चरणी रोड बनेगा गिरगाँव। इतना ही नहीं, कॉटन ग्रीन को कलाचौकी, डॉकयार्ड को मज़गाँव, और किंग्स सर्कल को तीर्थंकर पार्श्वनाथ कहा जाएगा! इससे पहले मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम नाना जगन्नाथ शंकरसेठ करने का प्रस्ताव आया था, जो केंद्र सरकार को भेज दिया गया है।
शेवाले ने कहा कि अब भारत अपना गुलाम देश नहीं रहा, तो फिर ये अंग्रेज़ों के ज़माने के नाम क्यों रखे जाएं? केंद्र सरकार भी देश भर में ऐसे बदलाव कर रही है। लोगों ने इस फ़ैसले का स्वागत किया है, और अब बस केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने का इंतज़ार है!
कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि इन स्टेशनों के पुराने नाम इतिहास का हिस्सा हैं, उन्हें नहीं बदलना चाहिए। नाम बदलने से कागज़ी कार्रवाई बहुत होगी, और थोड़ा पैसा भी लगेगा। लेकिन लोग ये भी कहते हैं कि इससे मुंबई की अपनी पहचान और मज़बूत होगी!