शेयर बाज़ार में तेज़ी और लगातार निवेश की वजह से म्यूचुअल फंड्स ने इस साल (FY24) शानदार प्रदर्शन किया है। वित्त वर्ष 2023-24 में म्यूचुअल फंड की संपत्ति में 34% की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले 7 सालों में सबसे ज़्यादा है।
भारत में म्यूचुअल फंड का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है, खासकर छोटे निवेशकों के बीच। पिछले 12 सालों से म्यूचुअल फंड उद्योग लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, बैंकों में जमा रकम के मुकाबले म्यूचुअल फंड का आकार अभी भी तकरीबन एक-चौथाई ही है।
वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में शेयर बाज़ार में जबरदस्त रैली रही, जिसका सीधा फायदा म्यूचुअल फंड को मिला। ‘निफ्टी 50’ में 29% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इन सबका नतीजा ये हुआ है कि इस साल म्यूचुअल फंड का औसत एयूएम (AUM) बढ़कर ₹54.1 ट्रिलियन तक पहुंच गया है, जो पिछले साल ₹40.5 ट्रिलियन था।
SBI MF देश की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनी बनी हुई है। इस साल Q4 में उसका औसत AUM 27% बढ़कर ₹9.1 ट्रिलियन हो गया है। न्यूनतम 50% का उछाल टाटा MF के AUM में देखा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों का भरोसा बढ़ने से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का भविष्य उज्जवल है।
पिछले 11 महीनों में म्यूचुअल फंड को कुल ₹5.1 ट्रिलियन का निवेश मिला है। मार्च के महीने का आंकड़ा अभी आना बाकी है, मगर अनुमान है कि मार्च में भी SIP और दूसरे तरीकों से म्यूचुअल फंड को जोरदार निवेश मिला होगा।