शतरंज के महान खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन हाल ही में एक टूर्नामेंट के दौरान थकान के कारण नर्वस ब्रेकडाउन का शिकार हो गए। जानें क्या होता है नर्वस ब्रेकडाउन और इससे कैसे बचा जा सकता है।
मैग्नस कार्लसन सुपरबेट रैपिड और ब्लिट्ज़ शतरंज टूर्नामेंट के दौरान आर प्रज्ञानंद से हारने के बाद मानसिक थकान के कारण नर्वस ब्रेकडाउन का शिकार हो गए। उन्होंने खुद बताया कि उनका नर्वस सिस्टम जवाब दे गया था।
नर्वस ब्रेकडाउन क्या होता है?
डॉ. हरीश चफले के अनुसार, जब हम लगातार शारीरिक और मानसिक सीमाओं से आगे काम करते हैं और आराम नहीं करते, तो हमारा नर्वस सिस्टम थकान से टूटने लगता है। इसके लक्षणों में कंपकंपी, कमजोरी, पसीना आना, सांस लेने में तकलीफ, ऊर्जा की कमी, तनाव और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता शामिल हैं।
नर्वस सिस्टम क्यों होता है कोलैप्स?
नर्वस सिस्टम हमारे शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करता है, जैसे याददाश्त, सोचने की क्षमता, बुद्धि, सांस लेना और दिल की धड़कन को बनाए रखना। जब ये सिस्टम ठीक से काम नहीं करता है, तो इन सभी कार्यों में बाधा आ सकती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
नर्वस ब्रेकडाउन से कैसे बचें?
डॉक्टर्स का कहना है कि थकान को समय पर पहचानना और उसका इलाज करना बहुत जरूरी है। थकान महसूस होने पर हमें दिन में ब्रेक लेना चाहिए, समय पर संतुलित भोजन करना चाहिए और योग, व्यायाम या टहलने जैसी शारीरिक गतिविधियां करनी चाहिए। अगर थकान बार-बार होती है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
मैग्नस कार्लसन जैसा दिग्गज खिलाड़ी भी थकान का शिकार हो सकता है, इससे ये साबित होता है कि मानसिक स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है। हमें अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रखना चाहिए और समय पर आराम करना चाहिए। अगर आपको विटामिन की कमी है, तो उसे भी पूरा करना जरूरी है। इससे आपकी थकान दूर हो सकती है और नर्वस ब्रेकडाउन का खतरा कम हो सकता है।
ये भी पढ़ें: डायबिटीज़ से छुटकारा पाना है? बस रोज़ खाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खा