मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए एक नया अनुभव सामने आया है। खोपोली एग्ज़िट के बाद से एक छोटा सा अंडरपास शुरू हो गया है, जिसने लोगों में तरह-तरह की अटकलों को जन्म दिया है। कुछ यात्रियों को लग रहा है कि शायद यह महत्वाकांक्षी ‘मिसिंग लिंक’ प्रॉजेक्ट की शुरुआत है, जिसका काम अभी चल रहा है। पर, क्या वाकई ऐसा है?
बता दें कि मुंबई और पुणे के बीच के सफर के समय को कम करने के लिए MSRDC एक ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के मुताबिक, खोपोली एग्ज़िट से सिंहगढ़ इंस्टीट्यूट तक की सड़क का पुनर्निर्माण होगा, जिससे यह दूरी 19 किमी. से घट कर सिर्फ 13.3 किमी. रह जाएगी। इससे मुंबई से पुणे का सफर 20-25 मिनट तक कम हो जाएगा।
हालांकि, अभी इस प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में, अचानक शुरू हुए इस अंडरपास ने लोगों को सोच में डाल दिया है। MSDRC के अधिकारियों ने इस बारे में बताया कि यह अंडरपास दरअसल ‘मिसिंग लिंक’ परियोजना का ही हिस्सा है, लेकिन अभी इस परियोजना में पुल निर्माण जैसे अहम काम बाकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूरा प्रोजेक्ट शायद दिसंबर 2024 तक पूरा हो पाएगा।
यह प्रोजेक्ट मुंबई और पुणे के बीच यात्रा करने वालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। अभी यह सफर काफी समय लेता है, और अक्सर रास्ते में जाम की स्थिति बन जाती है। मिसिंग लिंक के बनने से यह समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।
MSDRC ने पहले इस प्रोजेक्ट को सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कुछ कारणों से अब इसकी समय सीमा बढ़ा दी गई है। इस प्रोजेक्ट पर लगभग ₹6695 करोड़ खर्च होंगे।