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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर याद आए ‘श्री कृष्णा’ वाले सर्वदमन बनर्जी, जानें इन दिनों कहां हैं टीवी के प्रिय कान्हा

सर्वदमन बनर्जी
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16 अगस्त को देशभर में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर मंदिर, हर गली और हर घर में उत्सव का माहौल है। इस पावन अवसर पर लोगों की यादें अपने-आप उन कलाकारों की ओर चली जाती हैं, जिन्होंने छोटे और बड़े पर्दे पर श्रीकृष्ण का रूप धारण कर दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी।

नीतीश भारद्वाज से लेकर सौरभ राज तक कई कलाकारों ने श्रीकृष्ण का किरदार निभाया, लेकिन जब बात आती है रामानंद सागर के धारावाहिक ‘श्री कृष्णा’ की, तो दर्शकों के ज़ेहन में सबसे पहले एक ही चेहरा उभरता है सर्वदमन डी बनर्जी। उनकी मीठी मुस्कान, चमकती आंखें और शांत वाणी ने उन्हें हर घर का “कन्हैया” बना दिया था।

जब सर्वदमन बन गए हर दिल के कान्हा
सर्वदमन डी बनर्जी ने 90 के दशक में श्रीकृष्ण का किरदार इस तरह निभाया कि दर्शकों को सच में लगा मानो उनके सामने भगवान स्वयं आ गए हों। उनकी अदाकारी में इतनी सहजता और सच्चाई थी कि लोग उन्हें केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि भगवान का स्वरूप मानने लगे। भले ही उन्होंने फिल्मों और सीरियलों में कई और किरदार किए, लेकिन आज भी उनकी पहचान “श्रीकृष्ण” के रूप में ही होती है।

अब कहां हैं सर्वदमन बनर्जी?
आज भी दर्शक जानना चाहते हैं कि उनका प्रिय “कान्हा” अब कहां है और क्या कर रहा है। सर्वदमन बनर्जी अब भी एक्टिंग की दुनिया से जुड़े हुए हैं। हाल ही में वे दुलकर सलमान स्टारर फिल्म ‘लकी भास्कर’ में नज़र आए थे। इसके अलावा वे ‘गॉडफादर’ और ‘Sankranthiki Vasthunam’ जैसी फिल्मों का हिस्सा भी रहे हैं। यानी, वे अब भी पर्दे पर सक्रिय हैं और अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीत रहे हैं।

59 की उम्र में भी ‘फिटनेस आइकॉन’ बने सर्वदमन
सिर्फ अभिनय ही नहीं, बल्कि अपनी फिटनेस को लेकर भी सर्वदमन अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी ऐसी तस्वीरें साझा कीं, जिनमें उनके सिक्स-पैक एब्स देखकर फैंस दंग रह गए। 59 साल की उम्र में भी वे जिम और योग से खुद को इतना फिट रखते हैं कि नए-नए कलाकार भी उनसे प्रेरणा लेते हैं।

श्रीकृष्ण के दर्शन ने बदल दिया जीवन
सर्वदमन ने एक बार बताया था कि शुरू में वे ‘श्री कृष्णा’ का किरदार निभाने के लिए आश्वस्त नहीं थे। उन्होंने रामानंद सागर से 10 दिन का समय मांगा था। लेकिन उसी दौरान उन्हें एक ऐसा अनुभव हुआ जिसने उनकी ज़िंदगी बदल दी।

उन्होंने कहा , “मैं एक दिन ऑटो में बैठा था। अचानक पूरा समंदर सुनहरे रंग का दिखाई देने लगा। लहरों के बीच ऐसा प्रतीत हुआ जैसे श्रीकृष्ण स्वयं खड़े होकर बांसुरी बजा रहे हों। उसी पल मैंने तय कर लिया कि ये भूमिका मुझे ही निभानी है।”

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जब भी लोग भगवान की लीलाओं को याद करते हैं, तो टीवी स्क्रीन पर मुस्कुराते हुए सर्वदमन डी बनर्जी की छवि आंखों के सामने ताज़ा हो जाती है। वे सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि करोड़ों दिलों में बसने वाले “कृष्ण” हैं, जिनकी छवि कभी धुंधली नहीं होगी।

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