रूस और भारत के संबंध बहुत अच्छे रहे हैं और अब यह दोस्ती और भी मजबूत हो गई है। इसी वजह से रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सबसे बड़े सम्मान से नवाजा है। यह सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय हैं।
पीएम मोदी को मिला सम्मान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को एक विशेष समारोह में यह सम्मान दिया। यह समारोह क्रेमलिन के सेंट एंड्रयू हॉल में हुआ। पीएम मोदी को यह सम्मान भारत और रूस के बीच अच्छे संबंधों के लिए दिया गया है। इस सम्मान का नाम ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
सम्मान प्राप्त करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारत के लोगों और भारत-रूस की दोस्ती को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के विशेष संबंधों को और मजबूत बनाएगा। समारोह के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल पुरस्कार प्राप्त करके मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे भारत की जनता को समर्पित करता हूं।”
सम्मान का महत्व
यह सम्मान रूस का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इसे 1698 में जार पीटर द ग्रेट ने शुरू किया था। यह पुरस्कार सबसे उत्कृष्ट नागरिकों या सैन्य सेवाओं के लिए दिया जाता है। 1917 की क्रांति के बाद इसे देना बंद कर दिया गया था, लेकिन 1998 में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने इसे फिर से शुरू किया।
दुनिया के किन नेताओं को मिला
1998 से अब तक कुल 26 लोगों को ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया गया है। इनमें कुछ प्रमुख लोग हैं:
- वेलेंटीना मतवियेंको (फेडरेशन काउंसिल की अध्यक्ष)
- मिंटिमर शैमीव (तातारस्तान के पूर्व राष्ट्रपति)
- मिखाइल कलाश्निकोव (हथियार डिजाइनर)
- यूएसएसआर के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव
- चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग
विदेशी नेताओं में अजरबैजान के पूर्व राष्ट्रपति हेदर अलीयेव, कजाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को यह सम्मान मिल चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान मिलना न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान को पहचान देता है, बल्कि भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को भी दर्शाता है।
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