क्या है पूरा मामला?
नवी मुंबई पुलिस के अनुसार, आरोपी बस ड्राइवर का नाम सुजीत दास (25) है। शिकायतकर्ता के बयान के मुताबिक, ये घटना 24 अप्रैल को हुई। बच्चे ने घर लौटने के बाद अपने निजी अंगों में दर्द की शिकायत की। माता-पिता ने जब बच्चे से पूछताछ की, तो उसने बताया कि “बस वाले अंकल” ने उसके साथ गलत व्यवहार किया।
पुलिस जांच और सीसीटीवी फुटेज
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। शक है कि आरोपी ने बच्चे के निजी अंग में पेंसिल जैसी कोई वस्तु डाली होगी। जांच के लिए पुलिस उस स्कूल बस के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, जिसमें बच्चा स्कूल गया था। साथ ही, ये भी पता लगाया जा रहा है कि बस में कोई महिला अटेंडेंट मौजूद थी या नहीं।
अभिभावकों का गुस्सा और स्कूल प्रशासन की चुप्पी
इस घटना के बाद अभिभावकों में गुस्सा भड़क उठा। सोमवार सुबह स्कूल के बाहर अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मनसे के शहर सचिव सचिन कदम ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल ने बच्चे के माता-पिता की शिकायत के बावजूद ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा, उन्होंने सुजीत दास को बचाने की कोशिश की और दावा किया कि बच्चे ने कहानी गढ़ी है। आखिरकार, माता-पिता ने देर शाम एनआरआई तटीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद सुजीत दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
ये पहली बार नहीं है जब नवी मुंबई में बच्चों के साथ ऐसी घटना हुई हो। पिछले साल अगस्त में बदलापुर में एक पुरुष सफाईकर्मी ने दो प्री-प्राइमरी छात्राओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न किया था। उस घटना ने भी लोगों में व्यापक आक्रोश पैदा किया था।
इस घटना ने एक बार फिर स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। अभिभावक अब स्कूल प्रशासन और बस सेवाओं में सख्त नियमों और निगरानी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी।