Shani Temple Trust Sacked: महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में हुए घोटाले ने भक्तों को हैरान कर दिया है। इस मशहूर मंदिर के ट्रस्ट पर 100 से 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को विधानसभा में ऐलान किया कि शनि शिंगणापुर के शनेश्वर देवस्थान ट्रस्ट को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने साफ कहा कि भगवान के नाम पर भ्रष्टाचार करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
चैरिटी कमिश्नर कार्यालय की एक जांच में खुलासा हुआ कि मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों के दान में बड़ी धोखाधड़ी की है। ट्रस्ट ने डमी ऐप बनाकर लाखों भक्तों से पूजा के लिए दान लिया। स्थानीय विधायक विट्ठल लंघे ने बताया कि तीन-चार ऐसे ऐप थे, जिनके जरिए हर ऐप पर तीन से चार लाख भक्तों ने पैसे भेजे। लेकिन यह पैसा मंदिर के काम में नहीं, बल्कि गलत जगहों पर इस्तेमाल हुआ।
जांच में यह भी सामने आया कि ट्रस्ट ने फर्जी कर्मचारियों की भर्ती दिखाकर करोड़ों रुपये हड़प लिए। मंदिर में 2,447 कर्मचारियों की भर्ती दिखाई गई, लेकिन असल में वहां सिर्फ 9 कर्मचारी काम कर रहे थे। भक्तन निवास में 109 कमरों के लिए 200 कर्मचारी दिखाए गए, जबकि वहां सिर्फ 2-4 लोग ही थे। मंदिर के 12 काउंटरों पर भी 352 कर्मचारी दिखाए गए, लेकिन वहां सिर्फ 2 लोग काम करते थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले मंदिर सिर्फ 258 कर्मचारियों के साथ सुचारू रूप से चलता था। लेकिन ट्रस्ट ने फर्जी कर्मचारियों को वेतन देकर और गैर-मौजूद लोगों के नाम पर पैसे निकालकर बड़ा घोटाला किया। भाजपा विधायक सुरेश धास ने तो यह भी दावा किया कि यह घोटाला 500 करोड़ रुपये तक का हो सकता है और ट्रस्टी हर हफ्ते 10 करोड़ की जमीन खरीद रहे थे।
अब इस मामले में ट्रस्टियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उनके लेन-देन की गहराई से जांच होगी। यह घोटाला भक्तों की आस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है, क्योंकि शनि शिंगणापुर मंदिर में हर साल लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं।