Signs Of Angry Ancestors: हिंदू धर्म सहित कई संस्कृतियों में ये मान्यता है कि हमारे पित्र अगर नाराज हों तो उसका नकारात्मक असर हमारे जीवन पर पड़ता है। हां लेकिन अगर वो खुश हों तो उसका सकारात्मक असर भी हमें देखने को मिलता है। खासकर हिंदू धर्म में पितरों को प्रसन्न रखने के लिए पूजा-पाठ और दान-पुण्य का काफी महत्व है। क्योंकि माना जाता है कि मरने के बाद भी हमारे पूर्वजों की दृष्टि हमारे ऊपर बनी रहती है। अगर वो हमसे प्रसन्न रहते हैं, तो हमारा जीवन खुशहाल रहता है, लेकिन अगर वो किसी वजह से हमसे नाराज रहते हैं, तो उसका बुरा प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। लेकिन क्या आपको ये पता है कि अगर हमारे पूर्वज हमसे नाराज हों तो उसके कुछ लक्षण हमारे दिनचर्या पर नजर आता है? नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं उन लक्षणों के बारे में जो पूर्वजों के नाराज रहने पर हमें दिखाई देते हैं। और हम आपको कुछ ऐसे उपाय भी बताएंगे, जिससे उनकी नाराजगी को कम या फिर खत्म किया जा सके।
पित्र नाराज हों तो दिखते हैं ये संकेत (Signs Of Angry Ancestors)
सपने में पूर्वजों का आना – अगर आप आए दिन अपने परिवार के किसी ऐसे सदस्य को सपने में देखते हैं, जिनकी मौत हो गई है। और अगर आपके सपने में वो आपको दुखी दिखाई देते हैं, तो इसका मतलब है कि वो किसी बात से खुश नहीं हैं। ऐसे सपने को अच्छा नहीं माना जाता है। हां लेकिन आपके सपने में अगर आपके वो पूर्वज खुश दिखाई देते हैं तो ये अच्छी बात है।
शुभ कार्यों में अड़चन आना – अगर आप घर में किसी तरह का कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं, लेकिन उस कार्य में किसी तरह का कोई अड़चन आता हो। और बार-बार कोई न कोई अड़चन आता रहता हो, तो इसका मतलब है कि आपके पूर्वज खुश नहीं हैं और वो किसी न किसी बात से असंतुष्ट हैं। ऐसे में आपको ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे आपके पूर्वज की आत्मा को शांति मिले।
खाने में बाल निकलना – अगर आपके खाने में बार-बार बाल निकल आता है। खासकर पहले कौर में ही बाल का निकलना अच्छा नहीं माना जाता है। कभी-कभार हो तो कोई बात नहीं, लेकिन बार-बार ऐसा होना इस बात की ओर संकेत करता है कि आपके पूर्वज असंतुष्ट हैं, उन्हें संतुष्ट करने की आवश्यकता है।
दुर्गंध का आना – घर में कितनी भी साफ-सफाई कर लो, फिर भी घर से बदबू आए और काफी छानबीन करने के बाद भी पता न चले कि बदबू कहां से आ रही है, तो समझ लीजिए की आपके पित्र आपसे असंतुष्ट हैं, उनकी शांति के लिए आपको उपाय करने की जरूरत है।
अंजान डर या भय सताना – आपको या फिर आपके परिवार के किसी सदस्य को किसी तरह का कोई अंजान भय सताता रहता है। या कह सकते हैं कि आप या फिर परिवार का कोई सदस्य अगर बेवजह ही डरा सहमा रहता हो, तो ये भी पित्र की नाराजकी का संकेत है।
कैसें दूर करें पित्र दोष या पितरों की नाराजगी?
इस बात को तो शायद आप जानते ही होंगे कि अगर आपके पित्र किसी असंतुष्ट रहते हैं तो आपका जीवन दुखदायी हो जाता है। आपका कोई बी कार्य जल्दी बनता नहीं। हर शुभ कार्य में किसी न किसी तरह की अड़चन आती रहती है। परिवार का सदस्य तरह-तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियों से दो-चार होता रहता है। लेकिन एक बात और ये भी है कि अगर वो नाराज हैं, तो उन्हें प्रसन्न करने के कई उपाय भी हैं, ताकि आपका जीवन सुखपूर्वक बीत सके। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय के बारे में जिससे आपके पूर्वज प्रसन्न होंगे।
- अगर आपको लगता है कि आपके पित्र नाराज हैं, तो उनके निमित्त पिंड दान करें।
पूर्वजों के निमित्त प्याऊ, तालाब या कुआं आदि का निर्माण करवाएं।
किसी मंदिर के प्रांगण में पीपल या फिर बरगद का पेड़ लगाकर उसकी पूजा-अर्चना करें।
अमावस्या के दिन पूर्वजों के नाम से चीनी, दूध, कपड़ा या फिर कुछ दक्षिणा किसी जरूरतमंद या फिर किसी ब्राह्मण को दान करें।
पीपल के वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करने से भी पित्र को प्रसन्नता मिलती है और पित्र दोष दूर होता है।
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