शहरों में महिलाओं की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी – घर का काम, बच्चों की देखभाल, कई तो बाहर भी काम करती हैं। धूप लेने का कम समय मिलता है, खाने में विटामिन-डी देने वाले पदार्थ सीमित होते हैं।
एक चौंकाने वाले अध्ययन में पता चला है कि राजधानी समेत देश भर के शहरों में 80% महिलाओं के शरीर में विटामिन-डी की भारी कमी है। विटामिन-डी हड्डियों के लिए बहुत ज़रूरी होता है। इसकी कमी से हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं, और महिलाओं को जोड़ों के दर्द की समस्या होने लगती है। इस दर्द से अस्थायी राहत के लिए महिलाएं दर्द निवारक गोलियां खाने लगती हैं, जो एक बड़ा स्वास्थ्य जोखिम बन सकता है।
अपोलो डायग्नॉस्टिक्स और हॉर्लिक्स विमेन्स प्लस ने मिलकर देश के 14 बड़े शहरों में ये जांच अभियान चलाया था। इसमें 25 से 40 साल की 52,754 महिलाओं की विटामिन-डी जांच की गई। चौंकाने वाली बात ये थी कि 87% को ये भी नहीं पता था कि हड्डियां कमज़ोर होने और जोड़ों के दर्द के पीछे विटामिन-डी की कमी होती है।
अपोलो क्लिनिक की फिज़िशियन डॉ. शालिनी भगत बताती हैं कि 30ng/ml से कम विटामिन -डी ख़तरे की निशानी है। सुबह की धूप, व्यायाम, और विटामिन-डी युक्त खाना जैसे फैटी फिश, मशरूम आदि इसके स्रोत हैं। शहरों में इन सबके लिए कम समय मिलने और प्रदूषण के कारण, डॉक्टर्स विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे रहे हैं।
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