जम्मू के कठुआ में आतंकी हमला: जम्मू के कठुआ जिले में सेना के जवानों पर आतंकी हमले की बड़ी खबर सामने आई है। सोमवार शाम को हुए इस हमले में चार जवान शहीद हो गए हैं। हमले में छह अन्य जवान घायल हुए हैं, जिनका आर्मी अस्पताल में इलाज जारी है।
हमले की घटनाएं
हमले की शुरुआत आतंकियों द्वारा सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड फेंकने से हुई। सूत्रों के मुताबिक, पहाड़ी के ऊपर छिपे आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर गोलीबारी की और ग्रेनेड भी फेंका। इस हमले के बाद घाटी में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है।
घाटी में बढ़ी उथल-पुथल
पिछले कुछ दिनों से घाटी में उथल-पुथल बढ़ गई है। आतंकियों से मुठभेड़ की खबरें लगातार आ रही हैं।
राजौरी में सेना के शिविर पर हमला
इस हमले से एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के राजौरी में भारतीय सेना के शिविर पर आतंकवादी हमले का मामला सामने आया था। इस अटैक में आर्मी का एक जवान घायल हो गया था। आतंकवादियों ने सेना के शिविर पर गोलीबारी की थी और सतर्क सुरक्षा चौकी पर तैनात जवानों ने भी आतंकवादियों पर गोलीबारी की थी। हालांकि, आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे थे।
कुलगाम में मुठभेड़
इस हमले के कुछ घंटों बाद ही चिनिगाम गांव में एक और गोलीबारी की घटना हुई थी। सेना को लश्कर ग्रुप के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा बल उस क्षेत्र में पहुंच गए थे और दोनों तरफ से गोलीबारी हुई थी। कुलगाम के इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और मुठभेड़ शुरू हो गई थी।
पिछले महीने भी हुई थी मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ के मामले पहले भी सामने आए हैं। हाल ही में 6 मई को कुलगाम के रेडवानी पाइन इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। लश्कर के ठिकाने की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर संयुक्त बल इलाके में पहुंचे थे और तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसका सुरक्षा बलों ने भी जवाब दिया था।
IAF के काफिले पर हमला
इससे पहले 4 मई को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों ने भारतीय वायु सेना (IAF) के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में IAF का एक जवान शहीद हो गया था, जबकि चार अन्य घायल हो गए थे। हमला तब हुआ जब वायुसेना का काफिला सुरनकोट इलाके में सनाई टॉप की ओर बढ़ रहा था।
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही इन घटनाओं से सुरक्षा बलों की चुनौतियां बढ़ गई हैं। इन आतंकवादी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना पूरी तरह से तैयार है और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
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