मुंबई के दहिसर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। प्राइवेट ज़मीन पर पत्थर निकालने के लिए खोदे गए गहरे गड्ढे में गिरने से दो मज़दूरों की जान चली गई। ये हादसा ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले मुंबई के मलावणी इलाके में तीन सफाई कर्मचारियों का सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मौत हो गई थी।
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारियों के मुताबिक, यह गड्ढा पत्थर और भूजल निकालने के लिए खोदा गया था। दुर्घटना में जान गंवाने वाले मनोज रामचंद्र सर्वे (50) और चिंतामणि वारंग (45) थे, जो इसी जगह पर काम करते थे। हादसा रविवार शाम करीब 6 बजे हुआ।
मुंबई फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि गड्ढा कम से कम 20 मीटर गहरा और पानी से भरा हुआ था। सर्वे को किसी तरह रस्सियों और बांस की मदद से बाहर निकाला गया और फौरन नज़दीकी शताब्दी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, वारंग का शव काफी मशक्कत के बाद बरामद किया गया। करीब रात 10.30 बजे उसका शरीर गड्ढे से निकाला जा सका। बचाव कार्य में देरी का कारण गड्ढे में अंधेरा और पानी से भरा होना था।
बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा प्राइवेट ज़मीन पर हुआ है इसलिए फिलहाल ज़मीन के मालिक को कोई नोटिस नहीं भेजा गया है।
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। अगर जांच में किसी तरह की लापरवाही पाई गई तो आगे की कार्रवाई हो सकती है।