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Urine Infection in Girls: लड़कों से ज्यादा लड़कियों को होता है यूटीआई! आपका बच्चा स्कूल में तो नहीं कर रहा यह गलती!

लड़कों से ज्यादा लड़कियों को होता है यूटीआई! आपका बच्चा स्कूल में तो नहीं कर रहा यह गलती!

Urine Infection in Girls: आजकल बच्चों में यूरिन इंफेक्शन (Urine Infection) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर लड़कियों को इस समस्या का ज्यादा सामना करना पड़ता है। डॉक्टर्स के अनुसार, यह समस्या ज्यादातर 3 से 8 साल की बच्चियों में देखने को मिलती है। यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बैक्टीरिया यूरेथ्रा से ब्लैडर या कभी-कभी किडनी तक पहुंच जाते हैं। अगर समय पर इलाज न हो, तो यह गंभीर रूप ले सकता है।

Urine Infection in Girls: लड़कियों में यूटीआई क्यों होता है ज्यादा?

यूरिन इंफेक्शन (Urine Infection) का सबसे बड़ा कारण है शरीर की साफ-सफाई की कमी। लड़कियों का यूरेथ्रा लड़कों की तुलना में छोटा होता है, जिससे बैक्टीरिया आसानी से उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। गंदे अंडरगारमेंट्स पहनने, टॉयलेट में ठीक से सफाई न रखने और बार-बार यूरिन रोकने की आदत इस समस्या को और बढ़ा देती है।

स्कूल टॉयलेट और यूटीआई का संबंध

बच्चों का ज्यादातर समय स्कूल में बीतता है, जहां कई बार टॉयलेट साफ नहीं होते। यह बच्चों का यूटीआई इलाज (Children’s UTI Treatment) कठिन बना सकता है। गंदे टॉयलेट बैक्टीरिया का घर होते हैं। इंडियन टॉयलेट की तुलना में इंग्लिश टॉयलेट में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। माता-पिता को बच्चों को सिखाना चाहिए कि गंदा टॉयलेट देखकर तुरंत टीचर को बताएं और इसकी सफाई कराने की मांग करें।

यूटीआई के लक्षण जो पहचानना ज़रूरी है

यूटीआई के दौरान बच्चे अपनी समस्या नहीं समझा पाते। लेकिन अगर बच्चा यूरिन करते समय रोने लगे या उसे जलन हो तो यह संकेत हो सकता है कि उसे यूटीआई है। इसके अन्य लक्षणों में तेज बुखार, पेट में दर्द, ठंड लगना, यूरिन में खून आना, और बदन दर्द शामिल हो सकते हैं।

पानी का सेवन क्यों है ज़रूरी?

बच्चों को दिन में कम से कम डेढ़ से दो लीटर पानी पीने की आदत डालनी चाहिए। पानी किडनी को साफ करता है और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। अमेरिकन यूरोलॉजिकल असोसिएशन के अनुसार, हर 100 में से 8 बच्चियां और हर 100 में से 2 लड़के यूटीआई से प्रभावित होते हैं। यह समस्या बच्चों की किडनी को जल्दी नुकसान पहुंचा सकती है।

बचाव के आसान उपाय

हर मां को अपनी बेटी को प्राइवेट पार्ट की सफाई के महत्व के बारे में समझाना चाहिए। बच्चियों को यह सिखाना चाहिए कि हर बार यूरिन करने के बाद पानी से धोना जरूरी है। अंडरगारमेंट्स साफ और ढीले होने चाहिए, ताकि बैक्टीरिया न पनपें। खासतौर पर, पीरियड्स के दौरान बच्चियों को अतिरिक्त सफाई रखने के बारे में बताना चाहिए।

क्या करें जब बच्चा यूटीआई से ग्रस्त हो?

अगर बच्चा यूरिन इंफेक्शन (Urine Infection) से पीड़ित हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज से समस्या बढ़ने से बचाई जा सकती है। बच्चों को साफ-सफाई और हाइजीन का महत्व सिखाने से इस समस्या को रोका जा सकता है।

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