Vikhroli East-West Connector: मुंबई, जो अपनी तेज रफ्तार और व्यस्त सड़कों के लिए जानी जाती है, अब एक और ऐतिहासिक कदम की गवाह बनने जा रही है। विक्रोली में पूर्व-पश्चिम कनेक्टर (Vikhroli Connector, विक्रोली कनेक्टर) पुल, जिसका इंतजार पिछले 28 सालों से हो रहा था, आखिरकार 14 जून 2025 को शाम 4 बजे से आम जनता के लिए खुलने जा रहा है। सात साल की मेहनत और लंबे इंतजार के बाद, यह पुल मुंबई के यात्रियों के लिए एक नई सौगात लेकर आया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसकी घोषणा सोशल मीडिया पर की, जिससे स्थानीय निवासियों में उत्साह की लहर दौड़ गई। यह पुल न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि लोगों का समय भी बचाएगा।
विक्रोली में यह नया पुल पूर्वी एक्सप्रेस हाईवे को लाल बहादुर शास्त्री मार्ग से जोड़ता है। 615 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा यह पुल चार वाहन लेन और पैदल यात्रियों के लिए अलग से फुटपाथ के साथ बनाया गया है। इसकी खासियत यह है कि यह भारत का सबसे लंबा रेलवे ओवरब्रिज है, जिसमें ओपन-वेब गर्डर सिस्टम का उपयोग किया गया है, जो सक्रिय रेलवे पटरियों के ऊपर बनाया गया है। इस संरचना का 565 मीटर हिस्सा बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बनाया है, जबकि बाकी 50 मीटर रेलवे ने पूरा किया। इस तरह का निर्माण तकनीकी रूप से जटिल है, और इसे पूरा करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
इस पुल का विचार पहली बार 1997 में सामने आया था, लेकिन निर्माण कार्य 2018 में शुरू हुआ। शुरू में इसकी लागत 70 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन देरी और अन्य चुनौतियों के कारण यह लागत बढ़कर 180 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। कई सालों तक यह परियोजना कागजों में ही रही, और स्थानीय निवासियों को लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना पड़ा। इस पुल के निर्माण में कई बाधाएं आईं, जैसे कि तकनीकी चुनौतियां, भूमि अधिग्रहण, और रेलवे लाइनों के ऊपर निर्माण की जटिलता। लेकिन अब, जब यह पुल जनता के लिए खुलने जा रहा है, यह विक्रोली के लोगों के लिए एक राहत की सांस लेकर आया है।
यह पुल यातायात की भीड़ को कम करने में (Traffic Congestion Relief, ट्रैफिक जाम राहत) एक गेम-चेंजर साबित होगा। अभी विक्रोली में पूर्व से पश्चिम की ओर जाने में यात्रियों को 25 से 30 मिनट का समय लगता है, लेकिन इस पुल के खुलने के बाद यह समय घटकर केवल सात मिनट रह जाएगा। यानी, यात्रा का समय 75 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। यह उन हजारों लोगों के लिए बड़ी राहत है, जो रोजाना इस रास्ते से गुजरते हैं। चाहे वह ऑफिस जाने वाले कर्मचारी हों, स्कूल-कॉलेज के छात्र हों, या फिर व्यवसायी, यह पुल उनकी दिनचर्या को आसान और तेज बनाएगा।
पुल का मुख्य ढांचा 31 मई तक पूरा हो चुका था, लेकिन आधिकारिक उद्घाटन के लिए प्रशासन के निर्देशों का इंतजार था। लेन मार्किंग, ट्रैफिक आइलैंड, और सिग्नल जैसी अंतिम तैयारियां पूरी होने के बाद भी उद्घाटन में देरी से स्थानीय लोग नाराज थे। हाल ही में एक विमान दुर्घटना के कारण औपचारिक उद्घाटन समारोह रद्द कर दिया गया। इसके बाद, मुख्यमंत्री फडणवीस ने मानसून के मौसम और नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बिना किसी समारोह के इस पुल को जनता के लिए खोलने का निर्देश दिया। इस फैसले ने न केवल प्रशासन की त्वरित कार्रवाई को दर्शाया, बल्कि यह भी दिखाया कि सरकार लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता दे रही है।
विक्रोली का यह पूर्व-पश्चिम कनेक्टर केवल एक पुल नहीं है, बल्कि यह मुंबई की प्रगति का प्रतीक है। मुंबई जैसे शहर में, जहां हर मिनट कीमती है, यह पुल समय की बचत के साथ-साथ लोगों के जीवन को और सुगम बनाएगा। यह उन लाखों लोगों की कहानी है, जो सालों से ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे थे। अब, जब यह पुल खुलने जा रहा है, तो यह न केवल विक्रोली, बल्कि पूरे मुंबई के लिए एक नई शुरुआत है। यह परियोजना उन चुनौतियों की भी याद दिलाती है, जिन्हें पार करके यह शहर लगातार आगे बढ़ रहा है।