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क्या भारत में भी आ सकती है एलन मस्क की स्टारलिंक? इससे कितना सस्ता हो जाएगा इंटरनेट

स्टारलिंक
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आज की डिजिटल दुनिया में इंटरनेट अब सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि एक ज़रूरत बन चुका है। लेकिन भारत जैसे विशाल देश में, खासकर ग्रामीण इलाकों में, इंटरनेट कनेक्टिविटी अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। ऐसे में एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक (Starlink) चर्चा में है, क्योंकि ये सैटेलाइट इंटरनेट के जरिए दुनिया भर में कनेक्टिविटी का दायरा बढ़ा रही है। हाल ही में, स्टारलिंक ने बांग्लादेश में अपनी सेवाएं देने की घोषणा की है। अब सवाल उठता है कि क्या भारत में भी ये सर्विस आ सकती है? और अगर हां, तो क्या इससे इंटरनेट सस्ता (Cheaper Internet) होगा या महंगा? आइए इस पर एक नज़र डालते हैं।

क्या है स्टारलिंक और ये कैसे काम करता है?
स्टारलिंक एक सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सेवा है, जिसे एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) संचालित करती है। इसकी खासियत ये है कि ये इंटरनेट देने के लिए ट्रेडिशनल मोबाइल टावर या फाइबर ऑप्टिक केबल्स पर निर्भर नहीं करता, बल्कि ये सीधे सैटेलाइट के जरिए डेटा ट्रांसमिट करता है।

जब आप स्टारलिंक का कनेक्शन लेते हैं, तो एक छोटा सा सैटेलाइट डिश आपके घर या ऑफिस की छत पर लगाया जाता है, जो सिग्नल को सीधे स्टारलिंक के सैटेलाइट्स से रिसीव करता है। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये रिमोट और ग्रामीण इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचा सकता है, जहां परंपरागत ब्रॉडबैंड या मोबाइल नेटवर्क कमजोर होते हैं।

कितने देशों में स्टारलिंक की सेवा उपलब्ध है?
स्टारलिंक अभी तक 100 से ज्यादा देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है। अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान, जर्मनी जैसे विकसित देशों में ये पहले से ही उपलब्ध है। हाल ही में भूटान में भी ये सेवा शुरू हो चुकी है और अब बांग्लादेश भी इस लिस्ट में शामिल होने जा रहा है।

अब बड़ा सवाल ये है कि क्या भारत भी इस सूची में शामिल हो सकता है?

क्या भारत में स्टारलिंक आ सकता है?
भारत में स्टारलिंक के लॉन्च को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। 2023 में, एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने भारत में स्पेसएक्स और स्टारलिंक की संभावनाओं पर चर्चा की थी।

स्टारलिंक ने 2021 में भारतीय बाजार में प्रवेश करने की कोशिश की थी और 5000 से अधिक प्री-बुकिंग भी ली थी। लेकिन भारत सरकार ने ये कहते हुए स्टारलिंक की सर्विस रोक दी कि कंपनी के पास आवश्यक लाइसेंस और अनुमति नहीं हैं। हालांकि, मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसा लगता है कि एलन मस्क जल्द ही भारत में स्टारलिंक लाने के लिए नई रणनीति बना सकते हैं।

क्या भारत में स्टारलिंक का इंटरनेट सस्ता होगा?
ये सबसे बड़ा सवाल है। कई लोग ये मान रहे हैं कि स्टारलिंक के आने से इंटरनेट सस्ता हो सकता है, लेकिन सच्चाई कुछ और है।

अभी तक के डेटा के अनुसार –
स्टारलिंक का बेसिक प्लान – $110 प्रति माह (लगभग 9,000 रुपये)
स्टारलिंक डिश और सेटअप बॉक्स – $599 (लगभग 50,000 रुपये)
इंस्टॉलेशन चार्ज – अलग से देना होगा

स्पष्ट है कि ये कीमतें भारत के आम यूजर्स के लिए बहुत ज्यादा महंगी हैं। अगर इसकी तुलना जियो फाइबर या एयरटेल फाइबर से करें, तो ये 5 से 10 गुना महंगा पड़ सकता है।

भारत में स्टारलिंक के आने से क्या बदलाव हो सकते हैं?
अगर स्टारलिंक भारत में लॉन्च होता है, तो इसके कुछ संभावित फायदे और चुनौतियां होंगी—

फायदे:- 
रूरल एरिया में हाई-स्पीड इंटरनेट मिलेगा, जहां अभी नेटवर्क की समस्या है।
ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन और डिजिटल बैंकिंग जैसी सेवाएं गांवों तक पहुंच सकेंगी।
सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम को मजबूती मिलेगी।

चुनौतियां:-
बहुत महंगा प्लान, जो आम भारतीयों के लिए सुलभ नहीं होगा।
भारत सरकार की सख्त रेगुलेटरी पॉलिसी, जो स्टारलिंक के लिए एक बड़ी बाधा बन सकती है।
जियो, एयरटेल और बीएसएनएल जैसी कंपनियों से तगड़ा कॉम्पिटिशन।

क्या भारत में स्टारलिंक को सरकार से अनुमति मिलेगी?
भारत सरकार विदेशी कंपनियों को बिना उचित लाइसेंस के टेलीकॉम सर्विसेज लॉन्च करने की अनुमति नहीं देती। जियो और एयरटेल जैसी देसी कंपनियां पहले से ही सरकार के साथ मिलकर 5G नेटवर्क को गांव-गांव तक ले जाने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे में, स्टारलिंक के लिए भारत में काम करना आसान नहीं होगा। हालांकि, अगर कंपनी भारतीय टेलीकॉम कानूनों का पालन करती है और कीमतें भारतीय बाजार के हिसाब से कम करती है, तो इसे लॉन्च करने की अनुमति मिल सकती है।

भारत में स्टारलिंक का भविष्य
स्टारलिंक भारत में इंटरनेट की दुनिया में क्रांति ला सकता है, लेकिन इसकी कीमतें और सरकारी नीतियां इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती बन सकती हैं। अगर एलन मस्क इसे सस्ता और अफोर्डेबल बनाते हैं, तो ये लाखों लोगों को तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन दे सकता है। फिलहाल, भारत में स्टारलिंक के लॉन्च को लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले सालों में ये सेवा भारतीय यूजर्स के लिए कितनी फायदेमंद साबित होती है।

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