हवाई जहाज से यात्रा करना आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में समय बचाने का सबसे तेज़ और सुविधाजनक तरीका है। लेकिन प्लेन क्रैश (Plane Crash) का डर हमेशा लोगों के दिमाग में रहता है। क्या आपने कभी सोचा है कि प्लेन में कौन सी सीट सबसे सुरक्षित हो सकती है? ये सवाल कई यात्रियों के मन में होता है, खासकर जब कोई दुर्घटना की खबर सुनाई देती है। शोध और आंकड़े बताते हैं कि प्लेन के पिछले हिस्से में बैठने वालों के जीवित बचने की संभावना अधिक होती है। आइए, जानते हैं इससे जुड़े तथ्य और वैज्ञानिक कारण।
प्लेन के पिछले हिस्से की सीट सुरक्षित क्यों मानी जाती है?
विमान दुर्घटना में बचने की संभावना (Plane Crash Survival Rate) के आंकड़े बताते हैं कि विमान के पिछले हिस्से में बैठने वाले यात्रियों के जीवित बचने की संभावना अधिक होती है। 2015 में टाइम पत्रिका की एक स्टडी में पिछले 35 वर्षों के दुर्घटना डेटा का विश्लेषण किया गया। इस स्टडी ने स्पष्ट किया कि पीछे की सीटों पर मृत्यु दर केवल 32% थी, जबकि विमान के बीच और आगे के हिस्से में ये क्रमशः 39% और 38% थी।
जब विमान का अगला हिस्सा किसी भी बाधा से टकराता है, तो पहले उस पर अधिक प्रभाव पड़ता है। वहीं, पिछले हिस्से तक ये प्रभाव कम हो जाता है। यही कारण है कि पिछले हिस्से में बैठे लोग अक्सर गंभीर चोटों से बच जाते हैं।
वैज्ञानिक परीक्षण और वास्तविक घटनाएं भी इस बात की पुष्टि करती हैं। 2012 में एक टीवी शो ने बोइंग 727-200 विमान के साथ एक क्रैश टेस्ट किया। विमान को नियंत्रित स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त कराया गया। इस परीक्षण से पता चला कि विमान के अगले हिस्से में बैठे डमी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए। लेकिन पंखों के पास और पीछे बैठे डमी को केवल मामूली चोटें आईं। हाल ही में दक्षिण कोरिया में हुई विमान दुर्घटना में भी यही देखा गया। दो जीवित बचे लोग विमान के पिछले हिस्से में बैठे थे। इसी तरह, 25 दिसंबर को कजाकिस्तान के पास हुए क्रैश में कई यात्री पीछे से निकलते हुए देखे गए।
अधिकांश यात्री विंडो सीट लेना पसंद करते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि विमान के बीच में आने वाली सीटें भी कम जोखिम भरी हो सकती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि विंडो सीट के मुकाबले, बीच की सीटें संरचनात्मक रूप से बेहतर सुरक्षा प्रदान करती हैं। हालांकि, ये विमान की स्थिति और क्रैश के तरीके पर भी निर्भर करता है।
यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए कुछ टिप्स हैं, जैसे सेफ्टी इंस्ट्रक्शन ध्यान से सुनना, इमरजेंसी एग्जिट के पास सीट चुनना और सीट बेल्ट का सही उपयोग करना। ये सब आपकी सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं।
प्लेन का डिज़ाइन भी ये तय करने में मदद करता है कि कौन सी सीट सुरक्षित है। बड़े विमान में सुरक्षा के लिए कई परतें होती हैं। हालांकि, छोटे विमान के क्रैश में बचने की संभावना अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
प्लेन क्रैश में बचने की संभावना (Plane Crash Survival) सीट चयन और सेफ्टी उपायों पर काफी हद तक निर्भर करती है। पिछले हिस्से की सीटें सांख्यिकीय रूप से अधिक सुरक्षित मानी जाती हैं, लेकिन ये दुर्घटना की प्रकृति और अन्य कारकों पर भी निर्भर करता है। यात्रा के दौरान सुरक्षा के नियमों का पालन करना और सतर्क रहना सबसे महत्वपूर्ण है।